नई दिल्ली। भारत ने चार मार्च 1992 को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट विश्व कप में जो शानदार सफर शुरू किया था वह 24 अक्टूबर को दुबई में एक नये मुकाम पर पहुंचने के लिये तैयार है। विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय टीम को क्रिकेट के दोनों प्रारूपों के विश्व कप में पिछले 30 साल और 12 मैचों से चला आ रहा अपना विजय अभियान दुबई में भी जारी रखने का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
यह आंकड़ा ही भारतीय खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने और पाकिस्तानी क्रिकेटरों को हतोत्साहित करने के लिये पर्याप्त है कि भारत ने दोनों प्रारूपों के विश्व कप में हमेशा पाकिस्तान को हराया है। इन दोनों टीमों के बीच 50 ओवरों के विश्व कप में सात मैच खेले गये हैं और इन सभी में भारत ने जीत दर्ज की।
टी20 विश्व कप की शुरुआत 2007 में हुई और तब से इन दोनों टीमों के बीच जो पांच मैच खेले गये उनमें से चार मैच भारत ने जीते। एक मैच (डरबन, 2007) टाई रहा लेकिन उसे भी बॉल आउट में भारत ने जीता था। भारत ने महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में 2007 में जोहानिसबर्ग में खेले गये फाइनल में पाकिस्तान को पांच रन से हराया था।
टी20 विश्व कप 2012 में कोलंबो में भारत ने अपने इस प्रतिद्वंद्वी को आठ विकेट से, इसके दो साल बाद ढाका में सात विकेट से और कोलकाता में 2016 में छह विकेट से हराया था। इस तरह से भारत का पाकिस्तान के खिलाफ वनडे विश्व कप में रिकार्ड 7-0 और टी20 विश्व कप में 5-0 है। इन मैचों में भारत ‘टॉस का बॉस’ भी बना था। उसने 12 मैचों में से आठ मैचों में टॉस जीता था और दुबई में भी टॉस की भूमिका अहम हो सकती है। वैसे भारत ने पाकिस्तान से विश्व कप (दोनों प्रारूप) में सात मैच पहले बल्लेबाजी करते हुए जीते। जो मैच टाई छूटा था उसमें भी भारत को पहले बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित किया गया था।
अगर सभी टी20 मैचों की बात की जाए तो उसमें भी भारत का पलड़ा भारी है। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ आठ टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं जिनमें से छह में उसे जीत मिली। एक मैच टाई रहा जबकि एक मैच उसने गंवाया। भारत ने पाकिस्तान से पिछले चारों टी20 मैच जीते हैं। इनमें से आखिरी मैच 2016 में कोलकाता में टी20 विश्व कप के दौरान खेला गया था।
अगर हालिया रिकार्ड की बात करें तो भारत ने इस साल आठ टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। उसने इंग्लैंड को पांच मैचों की श्रृंखला में 3-2 से हराया। श्रीलंका दौरे पर भले ही 1-2 से श्रृंखला हार गया लेकिन उस टीम में कई शीर्ष खिलाड़ी शामिल नहीं थे। दूसरी तरफ पाकिस्तान ने इस साल जो 17 टी20 मैच खेले उनमें से नौ में उसे जीत और पांच में हार मिली। तीन मैचों का परिणाम नहीं निकला।