
अशाेक यादव, लखनऊ। प्रदेश की योगी सरकार अब लोगों के सामाजिक और आर्थिक स्थिति के सही आंकलन के लिए परिवार कार्ड बनाने पर विचार कर रही है। इसके लिए उच्च स्तर पर एक विशेषज्ञ ग्रुप बना कर योजना बनेगी। इसके साथ ही एक परिवार को कम से कम एक रोजगार की दिशा में यह कार्ड बड़ा कदम साबित होगा।
संकल्प पत्र में अगले पांच सालों में एक परिवार को कम से कम एक रोजगार देने का संकल्प लिया था। इसके लिए सरकार लगातार प्रयत्नशील है।
इस कार्ड में परिवार के बारे में सभी जानकारियां दर्ज होंगी। परिवार में कितने सदस्य हैं, उनकी उम्र क्या है, कौन-कौन नौकरी करता है या रोजगार से जुड़ा हुआ है, यह सभी जानकारियां दर्ज होंगी।
परिवार कार्ड को आधार से लिंक किया जाएगा। इस आधार पर सरकार के पास सही जानकारी होगी कि किन परिवारों में एक भी व्यक्ति रोजगार से नहीं जुड़ा हुआ है। परिवार की सामाजिक स्थिति क्या है। इस आधार पर सरकार अपनी अलग-अलग रोजगार योजना से जोड़कर रोजगार उपलब्ध कराएगी।
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