लखनऊ-पटना : मुफ्त में सब्जी नहीं देने के कारण नाबालिग सब्जी बिक्रेता को गिरफ्तार कर जेल भेजने के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है. जोनल आईजी नैयर हसनैन ने कार्रवाई करते हुए अगमकुंआ और बाईपास थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है. साथ ही इस मामले से जुड़े और नौ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. इस मामले में कुल ग्यारह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करते हुए आईजी ने तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की है.
दरसअल पूरा मामला मुफ्त में सब्जी नहीं देने को लेकर नाबालिग सब्जी विक्रेता को मोटरसाइकिल चोरी के झूठे मामले में जेल भेजने का है. पीड़ित बच्चे के पिता ने थाना से लेकर सभी आला अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने एक न सुनी. यह खबर मीडिया के माध्यम से जैसे ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास पहुंची, उन्होंने 24 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट देने का आदेश दिया.
सीएम के आदेश के बाद ही पूरा पुलिस महकमा हरकत में आ गया. जोनल आईजी नैयर हसनैन खान ने डीजीपी को जांच रिपोर्ट भेजते हुए दो थानाध्यक्ष सहित ग्यारह पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया. पुलिस वालों पर नाबालिग के आधार कार्ड पर दर्ज उम्र से छोड़छाड़ का भी आरोप है.
आईजी ने बताया कि निलंबित दोनों थानाध्यक्ष को पटना जोन से बाहर करते हुए रिपोर्ट डीआईजी कार्यालय में करने का निर्देश दिया है. साथ ही एएसपी हरिमोहन शुक्ला पर भी केश में अनियमितता बरतने की बात आईजी ने कही है. एएसपी को भी कारण बताओ नोटिस दिया गया है.
साथ ही साथ आईजी द्वारा मामले का सुपरविजन करने की जिम्मेदारी पटना एसएसपी को सौंपते हुए तीन दिनों के अंदर रिपोर्ट मांगा है. वहीं, बेऊर जेल में बंद पीड़ित को रिमांड होम भेजने की प्रक्रिया का पालन करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही उन्होंने कहा पीड़ित के उम्र का पता लगाने के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है.
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