
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 24-25 फरवरी को होने वाली भारत यात्रा के दौरान भले पाकिस्तान न जा रहे हों लेकिन पाकिस्तान आशा लगाए बैठा है कि वह कश्मीर मुद्दे पर दखल देंगे। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता आएशा फारूकी ने बृहस्पतिवार को उम्मीद जताई कि ट्रंप भारत यात्रा के दौरान कश्मीर पर मध्यस्थता की दिशा में व्यवहारिक कदम उठाएंगे।
फारूकी ने कहा, लिंडसे ग्राहम समेत चार अमेरिकी सीनेटरों ने वहां के विदेश मंत्री माइक पोंपियो को लिखे पत्र में कश्मीर की स्थिति का ध्यान दिलाया है। जनवरी में ट्रंप ने दावोस में हुए विश्व आर्थिक मंच के दौरान पीएम इमरान खान को कश्मीर मुद्दे पर मदद की पेशकश की थी।
फारूकी ने यह भी कहा कि इसी हफ्ते समझौता एक्सप्रेस हादसे की 13वीं बरसी है। ऐसे में उस आतंकी हमले में मरने वाले 68 लोगों के परिवारों को भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से न्याय की आस होगी। गौरतलब है कि भारत स्पष्ट रूप से कह चुका है कि जम्मू-कश्मीर उसका आंतरिक मामला है और इसमें तीसरे पक्ष का दखल स्वीकार्य नहीं है।
पाकिस्तान को पूरा भरोसा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता की पेशकश की दिशा में कुछ ठोस व्यावहारिक कदम उठाएंगे।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की प्रवक्ता आएशा फारूकी ने साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में उम्मीद जताई कि मध्यस्थता के लिए राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से की गई पेशकश कुछ ठोस व्यावहारिक कदमों के जरिए और आगे बढ़ाई जाएगी। उन्होंने ट्रंप की भारत यात्रा और कश्मीर के हालात के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में यह बात कही।
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