पटना: जेल में बंद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तथा तेजप्रताप यादव बदलाव लाने वालों के लिए शुक्रवार को एक नया मंच लॉन्च करने जा रहे हैं, जबकि तीन महीने पहले उन्होंने अपने माता-पिता के नाम से एक राजनैतिक पार्टी का गठन किया था. बिहार के 30-वर्षीय पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने बुधवार को ट्वीट किया, “बदलाव के लिए तेज सेना से जुड़िए, जो एक बदलाव लाने वालों के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है…” तेजप्रताप यादव ने RJD में दरकिनार किए जाने का दावा करते हुए आम चुनाव से पहले मार्च में लालू-राबड़ी मोर्चा लॉन्च किया था. यादव परिवार में दरारें उसी वक्त दिखनी शुरू हो गई थीं, जब तेजप्रताप ने ऐश्वर्या राय से शादी करने के सिर्फ छह महीने बाद ही तलाक की अर्ज़ी दाखिल की थी, और घर छोड़कर चले गए थे.
अपनी पार्टी लॉन्च करने के बाद आम चुनाव के दौरान तेजप्रताप ने RJD और अपने ससुर चंद्रिका राय के खिलाफ प्रचार किया था. तेजप्रताप ने अपने ससुर के खिलाफ चुनाव लड़ने की चेतावनी भी दी ती, लेकिन बाद में उन्होंने ऐसा नहीं किया. इसके अलावा तेजप्रताप और उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव के बीच मतभेदों की भी ख़बरें आती रही हैं. भ्रष्टाचार के आरोपों में लालू प्रसाद यादव को जेल भेज दिए जाने के बाद उनकी गैरमौजूदगी में तेजस्वी को पार्टी संभालने की ज़िम्मेदारी दी गई थी. हालांकि आम चुनाव के बाद तेजप्रताप अपने भाई के समर्थन में सामने आए थे, जब RJD समूचे सूबे में 19सीटों पर लड़कर एक भी सीट नहीं जीत पाई. RJD ने कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था, और बिहार की 40 में से सिर्फ एक सीट पर कांग्रेस को कामयाबी मिली थी. अपने भाई तेजस्वी यादव को महाभारत का ‘अर्जुन’ तथा खुद को उनका सारथि ‘श्रीकृष्ण’ कहने वाले तेजप्रताप ने कहा कि वह ‘हमेशा अपने भाई का साथ’ देंगे. उन्होंने कहा था, “महागठबंधन हो या RJD, मैं हमेशा तेजस्वी का साथ दूंगा…”
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