
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये दुनिया के सभी देशों ने तय प्रोटोकॉल को फोलो किया है। जिसके तहत मास्क पहनना,सामाजिक दूरी और हाथ की सफाई को कारगर उपाय माना गया है।
विशेषज्ञों ने भी कहा है कि जब तक कोरोना वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक बचाव के सभी रास्ते को अपनाना जरुरी है। लेकिन आपने ऐसा देश का नाम सुना है जहां कोरोना प्रोटोकाल का पालन नहीं करने पर कड़ा जुर्माना का प्रावधान किया गया है?
एक ऐसा ही देश है उत्तर कोरिया-जहां कोरोना प्रोेटोकाल का पालन नहीं करने पर सीधे जेल भेजा जाता है। इसके लिये किम जोंग ने बंदी शिविर खोलने का भी आदेश दे दिया है।
कोरिया सरकार का मानना है कि आमजनों के कोरोना को लेकर ढ़िलाई बरतने से ही वायरस के फैलने का डर बरकरार रहता है। इसलिये सभी को कोरोना प्रोटोकाल का पालन करना जरुरी है।
बता दें कि जो लोग कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करते है उनके साथ काफी अमानवीय बर्ताव किये जाते है। उत्तर कोरिया में ऐसे लोग जो पकड़े जाते है उन्हें स्पेशल क्रिमिनल कहा जाता है।
एक जानकारी के मुताबिक नॉर्थ कोरिया वर्कर्स पार्टी ने ही इस कोरोना प्रोटोकाल को लागू करने के लिये सरकार को सलाह दिया। ताकि कोरोना के फैलाव को समय रहते रोका जा सके।
हालांकि आधिकारिक तौर पर उत्तर कोरिया ने एक बयान में कहा है कि उनके देश में एक भी कोरोना संक्रमित नहीं है। लेकिन इससे इतर बात किया जाए तो इस कैंप में अब तक 53 लोगों को गिरफ्तार करके रखा गया।
जिसमें 6 लोगों की मौत हो चुकी है। यहीं नहीं कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करने पर किम जोंग ने एक व्यक्ति को सरेआम गोली मारने का भी आदेश दे दिया था।
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