नई दिल्ली। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के खराब प्रदर्शन की वजह से सितंबर में औद्योगिकी उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 3.8 प्रतिशत हो गई। एक साल पहले समान महीने में यह 5 फीसदी थी और इस वित्त वर्ष के अगस्त में 4.5 फीसदी थी। सीएसओ ने शुक्रवार शाम औद्योगिक उत्पादन दर (आईआईपी) के आंकड़ें पेश किए।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में मैन्युफैक्चरिंग उत्पादन सूचकांक 3.4 फीसदी, खनन उत्पादन सूचकांक 7.9 फीसदी और बिजली उत्पादन सूचकांक 3.4 फीसदी बढ़ा।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में अप्रैल से सितंबर के दौरान औद्योगिक उत्पादन सूचकांक 2.5 प्रतिशत बढ़ा है।
पिछले साल समान अवधि में इसमें 5.8 प्रतिशत की बढ़ौतरी देखी गई थी। पहली छमाही में खनन में 3.9, विनिर्माण में 1.9 और बिजली में 5.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
आवास ऋण की यह विशेष दर केवल पहले पांच सालों के लिए होगी। यह योजना आज से 12 दिसंबर 2017 तक सात शहरों में टाटा हाउसिंग द्वारा 11 परियोजनाओं में वैध रहेगी। टाटा हाउसिंग ने इंडियाबुल्स होम लोन्स के साथ मिलकर ‘मोनेटाइज इंडिया’ अभियान की शुरुआत कीरीयल्टी फर्म टाटा हाउसिंग से मिली जानकारी के मुताबिक, उसकी 11 परियोजनाओं में अपार्टमेंट खरीदने वालों को 3.99% पर आवास ऋण उपलब्ध कराने के लिए उसने इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस के साथ साझेदारी की। फ़िलहाल, आवास ऋण की दरें करीब 8.5% है
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