अहमदाबाद : गुजरात में शपथग्रहण के दौरान जो तस्वीरें आई हैं उससे ऐसा लग रहा है कि राजनीति चक्र एक बार फिर से पूरा घूम चुका है. मंच पर वही चेहरे हैं लेकिन किरदार बदल चुके हैं. 2002 के गुजरात दंगों के बाद नीतीश कुमार गुजरात गए थे और वहां पर उस समय के सीएम रहे मोदी के साथ कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था. लेकिन जब प्रधानमंत्री पद की दावेदारी की बात आई तो नीतीश कुमार एनडीए छोड़कर चले गए और दलील दी कि सांप्रदायिक शक्तियों के साथ काम नहीं करेंगे. उन्होंने बिहार में लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस
के गठबंधन कर लिया था. लेकिन आज उसी गुजरात के राजनीतिक मंच में वह फिर से नरेंद्र मोदी के साथ कंधे से कंधा मिलाते हुए दिखे. इसके बाद एक और तस्वीर भी है जिसमें पीएम मोदी और बीजेपी के सबसे वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी साथ खड़े हैं. ऐसा लग रहा है कि आडवाणी, पीएम मोदी को कुछ समझाते हुए कुछ पूछ रहे हैं.
वहीं एक और तस्वीर सामने आई जब शपथ ग्रहण के बाद केशूभाई पटेल, शंकर सिंह वाघेला और पीएम नरेंद्र मोदी एक साथ गुफ्तगू करते हुए नजर आ रहे थे. एक समय वह भी था जब गुजरात में केशूभाई पटेल बीजेपी के सबसे बड़े नेता थे और उसके बाद शंकर सिंह वाघेला का नंबर था. लेकिन समय बदला और नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम बन गए. शंकर सिंह वाघेला उससे काफी पहले पार्टी छोड़ चुके थे. विजय रुपाणी के शपथ ग्रहण समारोह के बाद जब प्रधानमंत्री मोदी इन दोनों नेताओं से मिले तो नजारा देखने लायक था.
Suryoday Bharat Suryoday Bharat