लखनऊ : उत्तर-प्रदेश से राज्यसभा की 10 सीटों के लिये आज हो रहे चुनाव के लिये भाजपा की ओर से एक अतिरिक्त उम्मीदवार उतार देने से मुकाबला रोचक हो गया है. यह चुनाव आगामी लोकसभा निर्वाचन के लिये सूबे की दो बड़ी सियासी ताकतों सपा और बसपा के गठबंधन की सम्भावनाओं के लिहाज से निर्णायक होगा. 10वीं सीट के लिए सपा-बसपा जोर आजमाइश में लगे है और उन्हें रालोद व कांग्रेस का साथ भी मिला है. वहीं नरेश अग्रवाल के बीजेपी में शामिल होने के बाद से मुकाबला और भी रोचक हो गया है. यहां क्रॉस वोटिंग की पूरी उम्मीद जताई जा रही है लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो फिर जीत के लिए द्वितीय वरीयता से 10वीं सीट पर जीत का फैसला होगा.
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक करीब 25 साल के बाद ऐसा पहला मौका है जब बसपा प्रमुख मायावती ने सपा के प्रति नरम रुख अपनाया है. यह आगे भी जारी रहेगा, इसका सारा दारोमदार राज्यसभा चुनाव के परिणाम पर है. यह चुनाव आगामी लोकसभा चुनाव से पहले सपा और बसपा के गठबंधन की सम्भावनाओं पर निर्णायक असर डालेगा.
बीजेपी के बाद 324 वोट है और वह आठ सीटों पर चुनाव जीत रही है. बीजेपी के पास 28 वोट बचते हैं और उसे जीत के लिए नौ वोट चाहिए. अगर बीजेपी को एक निर्दलीय और निषाद पार्टी के विधायक का समर्थन मिल भी जाता है तो भी उन्हें जीत के लिए छह अन्य वोटों की जरूरत है.
वहीं सपा के पास 45 विधायक है. जया बच्चन को 37 वोट देने के बाद सपा के 8 वोट बचते हैं. वहीं मायावती की बसपा के 19 विधायक हैं. उनके एक विधायक जेल में है और वह वोट डालने नहीं आ सकेंगे. ऐसे में बसपा के 18 विधायक रह जाते हैं. बसपा ने भीम राव अंबेडकर को उम्मीदवार बनाया है. सपा के आठ, कांग्रेस के साथ और आरएलडी के एक विधायक के समर्थन मिला है. इसके बाद भी बीएसपी को एक और वोट की जरूरत होगी.
पहला गणित
10वीं सीट पर कांटे की लड़ाई
बीजेपी-28
नितिन अग्रवाल (सपा)
बीजेपी- 28+1= 29
अमन मणि त्रिपाठी (निर्दलीय)
बीजेपी- 29+1= 30
दूसरा गणित
10वीं सीट पर कांटे की लड़ाई
बीएसपी खेमा- 39
(बीएसपी-19+ सपा-10+ कांग्रेस-7+ आरएलडी-1+ निर्दलीय-2)
मुख्तार अंसारी (बीएसपी) जेल में
बीएसपी खेमा-39-1= 38
हरिओम यादव (सपा) जेल में
बीएसपी खेमा-38-1= 37
नितिन अग्रवाल (सपा) बीजेपी के साथ
बीएसपी खेमा-37-1= 36
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