
अशाेेेक यादव, लखनऊ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि मोदी सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत घोषित विशेष आर्थिक पैकेज के चौथे चरण में रक्षा क्षेत्र के लिए जिन सुधारों की घोषणा की है वे ‘गेम चेंजर साबित’ होंगे।
सिंह ने आज सिलसिलेवार टि्वट कर कहा , “ मोदी सरकार द्वारा की गयी आज की घोषणा अर्थव्यवस्था को स्थिरता प्रदान करने के लिए दूरगामी उपाय साबित होगी।
आयुध कारखानों का निगमीकरण सरकार की प्राथमिकता रही है इससे इनकी दक्षता बढेगी। ” उन्होंने कहा कि रक्षा विनिर्माण के क्षेत्र में आटोमेटिक रूट से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा 49 से बढाकर 74 प्रतिशत की गयी है।
इस निर्णय से मेक इन इंडिया के तहत भारतीय रक्षा उत्पादन क्षेत्र की वास्तविक शक्ति उभरकर सामने आयेगी। ये सुधार आने वाले समय में ‘गेम चेंजर साबित होगी’।
रक्षा मंत्री ने कहा कि नागरिक उडय्यन , काेयला और अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी निजी भागीदारी के लिए नये अवसरों की घोषणा की गयी है। उन्होंने कहा , “ मैं इन महत्वपूर्ण सुधारों तथा आत्मनिर्भर भारत की नींव को मजबूत करने का मार्ग प्रशस्त करने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं। ”
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रक्षा क्षेत्र के लिए अनेक सुधारों की घोषणा करते हुए आज कहा कि सरकार केवल देश में बने रक्षा उपकरणों की खरीद के लिए अलग से बजटीय प्रावधान करेगी।
उन्होंने कहा कि हथियारों के आयात से पड़ने वाले बोझ को कम करने के लिए उन हथियारों की एक सूची तैयार करेगी जिनके आयात पर प्रतिबंध लगाया जायेगा। साथ ही उनहेंने कहा कि उच्च प्रौद्योगिकी वाले सिस्टम की खरीद विदेशों से ही की जायेगी।
यह सूची सैन्य मामलों के विभाग के साथ मिलकर तैयार की जायेगी। वित्त मंत्री ने कहा कि आयुध कारखानों के निगमीकरण से लागत में कमी आयेगी और उनके संचालन में सुधार आयेगा।
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