
अशाेक यादव, लखनऊ। यूक्रेन-रूस के बीच छिड़े युद्ध में भारतीय छात्रों को बहुत सी परेशानियों से गुजरना पड़ा इस दौरान यूक्रेन से शनिवार को सुरक्षित वापस लौटे यूपी के 52 छात्रों ने रविवार को सीएम योगी से उनके आवास पर मुलाकात की। इनमें से 26 लखनऊ के और 26 अलग-अलग जिलों से हैं। इन छात्रों ने रूस के हमले के बाद यूक्रेन में बीते अपने कठिनाई के दिनों पर चर्चा करते हुए आपबीती सुनाई।
इसके साथ ही अपने अधूरी पढ़ाई छोड़कर आए छात्रों ने सीएम से पढ़ाई पूरी करवाने की मांग की। मुलाकात को लेकर छात्रों ने बताया की सीएम योगी ने उन्हें अश्वासन दिया है कि अनकी आगे की पढ़ी के लिए वह मेडिकल काउंसिल से बात कर रहे हैं। उनका बचा हुआ कोर्स भारत में कैसे पूरा कराया जाए इसका हल निकालने की कोशिश की जा रही है। जो छात्र अब तक यूक्रेन में फंसे हुए हैं उन्हें भी जल्द निकाल कर सुरक्षित भारत लाने का प्रयास जारी है।
युक्रेन से वापस लौटी लखनऊ के गोमती नगर में रहने वाली छात्रा ऋषिका घोष बताती हैं कि जब वे लोग बंकर में फंसे थे उस दौरान भारतीय दूतावास से उन्हें किसी तरह की मदद नहीं मिली। वहीं उन्हें वहां से लौटने के बाद दिल्ली से ट्रेन के माध्यम से घर पहुंचाया गया। छात्रों के अभिभावकों का कहना है कि उनकी सीएम से ऐसी कोई बात नहीं हुई है जिसमें उनके बच्चों के भविष्य की फिक्र कम हो।
ऋषिका की मां बताती हैं कि अचानक से बीते महीने में 15 तारीख को एडवाइजरी जारी होती है, लेकिन उस दौरान वहां पर बच्चों को फेल होने का डर दिखाया गया, इस वजह से समय रहते बच्चे नहीं निकल पाए। हालांकि इस बीच में भारत सरकार ने काफी मदद की जिसके चलते बच्चे सही सलामत घर लौटने लगे। रूपाली घोष ने सरकार के कार्य की सराहना करते हुए जल्द से जल्द बच्चों को उनके घर पहुंचाने की अपील की है।
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