अनुपूरक न्यूज एजेंसी, पटना। राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह एवं नरसिम्हा राव के साथ हीं कृषि विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले महान वैज्ञानिक डॉ एम एस स्वामीनाथन को भारत-रत्न देने की घोषणा का स्वागत करते हुए इसे आगामी लोकसभा चुनाव में चुनावी लाभ उठाने के उद्देश्य से की गई घोषणा बताया है। राजद प्रवक्ता ने महान समाजवादी नेता डॉ राममनोहर लोहिया और दलितों के मुखर आवाज मान्यवर कांशीराम जी को भी भारत-रत्न से सम्मानित किए जाने की मांग की है। राजद और इसके नेता लालू प्रसाद जी एवं तेजस्वी प्रसाद यादव जी काफी लम्बे दिनों से जननायक कर्पूरी ठाकुर जी, डॉ राममनोहर लोहिया जी, चौधरी चरण सिंह जी एवं मान्यवर कांशीराम जी को भारत-रत्न देने की मांग करते रहे हैं। राजद प्रवक्ता ने कहा कि किसान नेता चौधरी चरण सिंह जी को भारत-रत्न का सम्मान देना तब-तब सार्थक नहीं माना जाएगा जब-तक की किसानों की मांगों को नहीं पुरा किया जाता साथ हीं पिछले किसान आन्दोलन में सात सौ से ज्यादा शहीद हुए किसानों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांग ली जाती और किसानों की हत्या के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ 302 का मुकदमा चला कर उन्हें सजा नहीं दिलवाई जाती साथ हीं शहीद किसानों के परिवारों को पर्याप्त मुआवजा नहीं दिया जाता। राजद प्रवक्ता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव को भारत-रत्न देने के नाम पर हीं केन्द्र की भाजपा सरकार ने देश के विकास में 2014 के पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण योगदान को स्वीकार कर लिया है। केन्द्र की भाजपा सरकार को अपने पूर्ववर्ती सरकारों के खिलाफ किए गए अबतक के सभी नकारात्मक टिप्पणियों के लिए भी सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। राजद प्रवक्ता ने कहा कि एम एस स्वामीनाथन जी को भारत-रत्न से सम्मानित करने की घोषणा तब तक सार्थक नहीं हो पाएगा जब तक कि किसानों और कृषि के लिए ‘स्वामीनाथन आयोग’ की अनुशंसा को लागू नहीं किया जाता और आयोग के अनुशंसाओं को नजरंदाज कर किसानों के खिलाफ लिए गए फैसले को रद्द नहीं कर दिया जाता।
चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव और स्वामीनाथन को भारत-रत्न दिए जाने का स्वातगत, लोहिया और कांशीराम को भी भारत-रत्न देने की मांग : चित्तरंजन गगन
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