
अशोक यादव, लखनऊ। देश में लॉकडाउन की वजह से कोरोना वायरस के फैलने की रफ्तार कम हो गई है और मरीजों के डबलिंग रेट में सुधार हुआ है।
लॉकडाउन से पहले औसतन 3.4 दिन में कोरोना मरीजों की संख्या दोगुनी हो जाती थी तो अब इसमें 7.5 दिन लग रहा है। 18 राज्यों का प्रदर्शन तो राष्ट्रीय औसत से भी बहुत बेहतर है। देश के दो राज्यों में यह औसत 1 महीने से अधिक का है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक 9 राज्यों में कोरोना मरीजों की संख्या दोगुनी होने में 8 से 20 दिन का समय लग रहा है, जबकि 7 राज्यों में यह औसत 20 से 30 दिनों का है। केरल और ओडिशा दो ऐसे राज्य हैं जहां कोरोना मरीजों की संख्या 30 दिन से अधिक समय में दोगुनी हो रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कई राज्यों का औसत नेशनल औसत से अच्छा है।
दिल्ली में औसतन 8.5, कर्नाटक में 9.2, तेलंगाना में 9.4, आंध्र प्रदेश में 10.6, जम्मू कश्मीर में 11.5, पंजाब में 13.1, छत्तीसगढ़ में 13.3, तमिलनाडु में 14 और बिहार में 16. 4 दिन में केस डबल हो रहे हैं।
कई राज्यों में तो कोरोना संक्रमितों की संख्या डबल होने में 20 से 30 दिन का समय लग रहा है। अंडमान निकोबार में 20.1, हरियाणा में 21, हिमाचल प्रदेश में 24.5, चंडीगढ़ में 25.4, असम में 25.8, उत्तराखंड में 26.6, लद्दाख में 26.6 दिन में केस डबल हो रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोरोना को रोकने के लिए कई राज्य और जिले बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। इस परिणाम के लिए हम सभी कोरोना वॉरियर्स को धन्यवाद देते हैं।
लेकिन हम लड़ाई में हैं और आराम नहीं कर सकते। एक दिन और एक आदमी की विफलता इस परिणाम को खराब कर सकती है।
दूसरे देशों के मुकाबले आज भारत को अधिक सफलता इसलिए मिली है क्योंकि सरकार के साथ सभी लोग मिलकर कोरोना से लड़ रहे हैं। हर नागरिक इस लड़ाई में जुड़ा है।
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