लखनऊ : पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे से गुरुवार(13 सितम्बर) को मुलाकात की. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के संबंधों पर बातचीत हुई. श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति राजपक्षे इन दिनों भारत दौरे पर हैं.

बुधवार को उन्होंने भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के नेतृत्व वाले ‘विराट हिन्दुस्तान संगम’ द्वारा ‘इंडो-श्रीलंका रिलेशंस: द वे फारवर्ड’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया था. इस कार्यक्रम में राजपक्षे ने कहा कि वर्ष 2009 में लिट्टे के खिलाफ खत्म हुई जंग को ‘‘जातीय युद्ध’’ नहीं कहा जा सकता उन्होंने कहा कि सैन्य कार्रवाई में तमिल समुदाय को निशाना नहीं बनाया गया.सेना और लिट्टे के बीच 2009 में समाप्त हुए तीन दशक लंबे गृहयुद्ध के दौरान राजपक्षे ही राष्ट्रपति थे.इससे पूर्व भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2014 में हुए शपथ ग्रहण समारोह में श्रीलंका के राष्ट्रपति के रूप में महिंदा राजपक्षे भारत आये थें. 2015 में हुए चुनाव के दौरान हार का सामना करने के बाद राजपक्षे ने भारत के हस्तक्षेप का आरोप लगाया भी लगाया था. राजपक्षे ने अपनी हार के लिए भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसी रॉ को जिम्मेदार बताया था.
श्रीलंका में अगले साल होने वाले चुनावों के पहले राजपक्षे का भारत दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा हैं. दौरे के पहले राजपक्षे की श्रीलंका फ्रीडम पार्टी के द्वारा श्रीलंका की राजधानी कोलम्बो और देश के अन्य भागों में वर्तमान श्रीलंकाई सरकार के खिलाफ उनकी आर्थिक नीतियों के विरोध में प्रदर्शन और आंदोलन किया गया हैं.
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