
राहुल यादव, लखनऊ।
कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार करोड़ों खर्च करके यूपी में 25 करोड़ पौधे रोपकर अपने रिकॉर्ड को तोडऩे पर लगी है। लेकिन सरकार यह नहीं जानना चाहती है कि पिछले रोपे गए पौधों की वर्तमान हालत क्या है। वह जीवित हैं या मृत। सरकार को पिछला रिकॉर्ड तोडऩा है इसलिए उसका सिस्टम भी आंकड़ों की बाजीगरी में जुट जाता है। पौधारोपण के इन्हीं कागजी आंकड़ों पर एमएलसी दीपक सिंह ने आज विधानसभा में वन मंत्री दारासिंह चौहान व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पौधा भेंट करने उनके कार्यालय पहुंचे व वृक्षारोपण अनियमितताओं के संबंध में ज्ञापन दिया।
पौधरोपण का विश्व रिकॉर्ड बनाने और सुर्खियां बटोरने के लिए सरकार करोड़ों रुपए फूंक देती हैं, लेकिन रोपे गए पौधों को संरक्षित रखने और उनकी गिनती करने पर कोई ध्यान ही नहीं है। विगत वर्षों में करोड़ रुपए खर्च करके जिन पौधों को रोपित किए जाने का दावा किया गया है उसका सत्यापन कराया जाए। क्या वह पौधे लगे भी थे,यह पता किया जाए कि आखिर वे पौधे जीवित हैं या मृत। सरकारी तामझाम, प्रचार अभियान और भारी-भरकम धनराशि खर्च करने के बावजूद ये पौधे पेड़ नहीं बन सके और न ही बनने की प्रक्रिया में हैं। कहीं वृक्षारोपण के नाम पर सरकारी धन का दुरुपयोग, लूट और भ्रष्टाचार तो नहीं हो रहा क्योंकि करोड़ों की संख्या में पौधे रोपित होने के बावजूद प्रदेश की जमीने खाली और बंजर दिखाई दे रही। सरकार द्वारा रोपित पौधे गए कहां यदि रोपित पौधे नहीं पाए जाते हैं तो अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाकर अधिकारियों से धन की वसूली करवायी जाए।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में विगत दिनों करोड़ों खर्च कर के भाजपा सरकार ने लखनऊ में वन महोत्सव 2020 के तहत 25 करोड़ पौधे लगाने के अभियान का शुभारंभ किया है ।
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