अशाेेेक यादव, लखनऊ। किसानों की समस्याओं को लेकर योगी सरकार आए दिन विपक्षी दलों के निशाने पर आती रहती है। इसी क्रम में अब राष्ट्रीय लोक दल ने भी योगी सरकार को यूरिया की कालाबाजारी के कारण किसानों को हो रही समस्या पर घेरा है।
दरअसल राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा है कि योगी सरकार में किसानों की दुर्दशा हो रही है। किसान लगातार सरकार की अनदेखी का शिकार हो रहे हैं।
उन्होंने कहा है कि डीजल की बढ़ी हुई कीमतों ने फसल का लागत मूल्य पहले ही बहुत बढ़ा दिया था। वहीं अब यूरिया की कालाबाजारी ने किसानों को और भी ज्यादा मुसीबत में डाल दिया है।
सहकारी समितियों के माध्यम से मिलने वाली खाद की बोरियां मात्र कुछ अपने चहेतों को वितरित कर दी गयी हैं और उन्हीं चहेतों के माध्यम से प्रति बोरी 40 से 50 रूपये अधिक कीमत पर बेची जा रही है। इसकी वजह से किसानों को मजबूर होकर ज्यादा पैसे देने पड़ रहे हैं और बिचौलिए इसका फायदा उठा रहे हैं।
अनिल दुबे ने कहा है कि एक तरफ उर्वरक मंत्रालय यह कह रहा है कि यूरिया की कमी नहीं है। लेकिन दूसरी ओर सच्चाई कुछ और ही है। यहां किसानों को उसकी उपलब्धता सुनिश्चित नहीं है।
हैरत की बात है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर में भी यूरिया खाद की कालाबाजारी धड़ल्ले से हो रही है। प्रदेश में 623 खाद विक्रेताओं के लाइसेंस निलम्बित हो चुके है और 35 विक्रेताओं पर एफआईआर हो चुकी है।
इसके अलावा अभी तक 17 दुकाने सील की जा चुकी हैं। यह सभी आंकड़े इस बात का सबसे बड़ा उदाहरण है कि प्रदेश में चारो और खाद का बड़े पैमाने पर घोटाला किया गया है। उन्होंने सीएम योगी से इस मामले को लेकर तत्काल प्रभाव से सख्त कार्यवाही करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसान भाजपा शासन में बिजली मूल्य वृद्धि, नोटबंदी और डीजल के दामों में बढोतरी से लगातार त्रस्त रहा है और अब 2019 से लगातार खाद घोटाला सक्रिय रूप से किसानों को शोषण कर रहा है।