
अशाेक यादव, लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के आईटी व सोशल मीडिया विभाग में साढ़े दस हजार कार्यकर्ता हैं। बावजूद इसके पिछले कुछ समय से विपक्षी दलों के मुद्दे सोशल मीडिया पर जल्दी छा जाते हैं, उन पर प्रतिक्रियाएं शुरू हो जाती हैं और भाजपा की ओर से जवाब आने में देरी लग जाती है।
पेगासस से लेकर हालिया समय में कई ऐसे मामले सामने आए हैं। भारी भरकम डिजीटल फौज के बावजूद इस हालात से भगवा खेमा चिंतित है। मुख्यमंत्री से लेकर उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य के संबोधन में यह चिंता स्पष्ट नजर आई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कहा कि इतने सारे कार्यकर्ताओं के होते हुए भी हमारा रिस्पांस लेट हो जाता है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से तत्काल डेटा डिलीवरी करने और मजबूत तर्क व डेटा के साथ अपनी बात रखने के लिए कहा। उप मुख्यमंत्री केशव माैर्य ने भी इस विषय में अपनी चिंता जताई। शायद यही वजह है कि इतने सारे समर्पित कार्यकर्ताओं के बावजूद अब पार्टी सोशल वालंटियर भी बनाए जा रही है।
कार्यशाला में इस संबंध में भी कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया गया। कहा गया कि समान विचारधारा रखने वाले वह लोग जो भले ही पार्टी के कार्यकर्ता न हों, उन्हें सोशल मीडिया वालंटियर बनाया जाए। जो पार्टी की रीति नीति के अलावा सरकार का पक्ष कुशलता से रख सकें। ऐसे वालंटियर यदि 18 वर्ष से कम हों तो भी उन्हें साथ लिया जा सकता है। कार्यशाला में संयोजकों ने प्रदेश स्तर से कंटेंट उपलब्ध कराने की भी मांग की।
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