
अशाेेेक यादव, लखनऊ। मुम्बई में फंसे यूपी के प्रवासी श्रमिकों के लिए बॉलीवुड के ब्रांड एम्बेसडर अमिताभ बच्चन फरिश्ता बनकर सामने आये हैं। कोविड-19 संक्रमण के चलते लॉकडाउन में 80 दिन से मुम्बई में रह रहे श्रमिकों को घर आने का इंतजार गुरुवार को समाप्त हो गया।
वैश्विक महामारी संक्रमण काल के दौरान फिल्म जगत के शहंशाह यूपी के श्रमिकों को मुंबई से उनके घर भेजने के लिए स्पेशल ट्रेनें चलवाने का प्रयास कर रहे थे। जिस पर रेल मंत्रालय व रेलवे बोर्ड की ओर से क्लीयरेंस नहीं मिला। इसके बाद वह विशेष विमान को बुक कराकर प्रवासियों को घर भेजने का जिम्मा उठाया।
गुरुवार को मुम्बई से 180 प्रवासी श्रमिकों को लेकर विशेष विमान लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचा। यह विमान सुबह जैसे ही लखनउ के चौधरी चरण सिंह अत्नर्राष्ट्रीय अमौसी एयरपोर्ट के रनवे पर लैडिंग किया वैसे ही सभी श्रमिकों के मायूसी चेहरे खुशी से खिल उठे। श्रमिकों में अपार खुशी साफ तौर पर झलक रही थी।
एयरपोर्ट पर उतरते ही श्रमिकों ने हृदय की असीम गहराइयों से शुक्रिया अदा कर अमिताभ बच्चन को श्रमिकों का फरिश्ता बताया। लखनऊ के यात्री मो.हन्नान ने बताया कि अमिताभ बच्चन उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को लेकर ढाई माह से अधिक समय से बेहद चिंतित थे।
मुम्बई से स्पेशल ट्रेन भेजने की अनुमति नहीं मिली तो उन्होंने विशेष विमान बुक कराकर हम श्रमिकों को घर तक पहुंचाने का बड़ा कार्य किया है। इसके लिए उनकी जितनी सराहना की जाय कम है। वहीं गौरव अग्रवाल ने कहा कि अमिताभ बच्चन के इस कदम को हम जीवन भर नहीं भूल पायेंगे।
वह इस देश के मसीहा है। एयरपोर्ट पर यात्रियों को लेने आने वाले परिजनों ने अमिताभ को दीर्घायु होने की कामना करते हुये आभार जताया। लखनऊ एयरपोर्ट परिसर में सभी की एक-एक कर मेडिकल जांच के बाद परिसर से बाहर जाने दिया जा रहा था।
अमिताभ बच्चन की ओर से कुछ दिन पहले ही 10 बसों से यूपी के रहने वाले श्रमिको को लखनऊ और गोरखपुर समेत कई जिलों में भेजा गया था। अमिताभ बच्चन व उनके सहयोगी ट्रस्ट ने बुधवार को भी 180 सीटों वाले विमानों से श्रमिकों को भेजा था।
Suryoday Bharat Suryoday Bharat