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बारिश से यमुनोत्री हाईवे बंद, उत्तरकाशी के निचले क्षेत्रों में बढ़ा गंगा का जलस्तर

देहरादून: राजधानी देहरादून दून समेत प्रदेश के पांच जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान बारिश हो सकती है। वहीं कल रात हुई बारिश से यमुनोत्री हाईवे डबरकोट में बंद हो गया था। जिसे सुबह खोल दिया गया था, लेकिन एक बार फिर बंद हो गया। सुरक्षा कारण से वाहनों को दोनों और रोका गया है। हाईवे खुलवाने के प्रयास किये जा रहे हैं। वहीं चमोली जिले में भी मौसम खराब बना हुआ है। यहां नदी घाटियों में कोहरा छाया है। आसमान में बादल हैं। जिस वजह से तापमान में गिरावट है। बदरीनाथ और हेमकुंड की यात्रा सुचारू है। उत्तरकाशी में गंगा भागीरथी नदी में गाद की मात्रा बढ़ने से एमबी टू का बिजली उत्पादन प्रभावित हो रहा है। निगम ने नदी में गाद की मात्रा बढ़ने पर आज सुबह बिजली उत्पादन रोक दिया।

निगम ने एमबी टू परियोजना का पूरा जलाशय खाली कराया। जिस वजह से निचले क्षेत्रों में गंगा भागीरथी का जलस्तर बढ़ गया है। आज सुबह मसूरी कैम्पटी रोड जीरो प्वाइंट के पास एक पेड़ गिरने से मार्ग बाधित हो गई। जिस वजह से लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सूचना पर मसूरी फायर सर्विस के जवान मौके पर पहुंचे और पेड़ को काटकर सड़क को खोला गया। राष्ट्रीय राजमार्ग कर्मचारियों द्वारा सड़क को सुचारू करने के लिए पेड़ को हटाया जा रहा है। वहीं मौसम केंद्र की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार राजधानी देहरादून के अलावा पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी, और नैनीताल में भारी बारिश हो सकती है। प्रदेश के अन्य इलाकों में भी बारिश हो सकती है। मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि राजधानी दून समेत आसपास के इलाकों में बादल छाये रहने का अनुमान है।

कुछ इलाकों में गरज और चमक के साथ तेज बौछारें भी पड़ सकती है। बादल छाये रहने और बारिश से अधिकतम तापमान में भी कमी रहने की संभावना है। रुद्रप्रयाग में धनपुर पट्टी के चिनग्वाड़ गांव के नीचे जमीन धंसने से खतरा पैदा हो गया है। लगातार हो रही बारिश से ग्रामीण दहशत में है। उन्होंने प्रशासन से भूस्खलन जोन की सुरक्षा के लिए यथाशीघ्र कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में विधायक भरत सिंह चौधरी को ज्ञापन भी सौंपा गया। ज्ञापन में भाजपा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, पूर्व प्रधान सुधा देवी एवं रविन्द्र सिंह ने कहा कि कई दिनों से हो रही बारिश से गांव के मोलखंडी तोक के नीचे जमीन धंस रही है, जिससे यहां रास्ते और सिंचाई नहर को नुकसान पहुंचा है। साथ ही गोशाला व अन्य स्थानों को भी खतरा पैदा हो गया है।

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