लखनऊ : कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता राज बब्बर रांची से सड़क मार्ग से गुरुवार दोपहर डेढ़ बजे शहर पहुंचे। संवाददाता सम्मेलन में अपनी इस यात्रा का अनुभव बताया। बोले- एनएच पर महज सौ किमी की दूरी तय करने के बाद ऐसी हालत हो गई कि होटल में आने के बाद आधा घंटा तक किसी से मुलाकात नहीं कर सका। फिर अपने कमर की मालिश कराई। हालत यह है कि अभी भी टेबल का सहारा लेकर कुर्सी पर बैठना पड़ रहा है। राज बब्बर ने कहा-उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव की पहली सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अगर भाजपा राज में विकास देखना है, तो झारखंड जाइए। उस वक्त नहीं आ सका था। अभी आए हैं तो दिख गया विकास। प्रधानमंत्री जी माफ कीजिए, ऐसा विकास नहीं चाहिए कि तीन घंटा की यात्रा करने के बाद कमर की मालिश करानी पड़ जाय। नेशनल हाईवे की ऐसी हालत तब है जहां यहां से दिल्ली तक पूर्ण बहुमत की सरकार है। इन लोगों को शर्म आनी चाहिए कि न्यायिक देखरेख में भी सड़क नहीं बन पाई तो हाईकोर्ट को सीबीआई से जांच कराने का आदेश देना पड़ा है।
इतना अव्यवस्थित कार्यक्रम कहीं नहीं देखा
राज बब्बर महज पांच मिनट के लिए तिलक पुस्तकालय गए। कांग्रेसी नेता से लेकर कार्यकर्ता तक फोटो खिंचवाने के लिए उनके शरीर पर रगड़ दिए। कांग्रेसी नेता आपस में धक्कामुक्की करने लगे तो राज बब्बर के पूरे बदन की मालिश हो गई। राज बब्बर उखड़ गए। बोले इतना अव्यवस्थित कार्यक्रम कहीं नहीं देखा। किसी तरह लोगों को पीछे धकेला। पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता, प्रदेश मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर, जिलाध्यक्ष विजय खां, कोल्हान प्रवक्ता राकेश तिवारी, अजय सिंह, उषा सिंह समेत कुछेक नेताओं ने उन्हें भीड़ से निकाल कार तक पहुंचाया।
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