
अशाेेेक यादव, लखनऊ। कोरोना के संक्रमण से जूझ रहे गरीबों तक सरकारी राशन पहुंचाने में शासन के साथ प्रशासन के भी पसीने छूट रहे हैं। खाद्य निगम के गोदामों में तो पर्याप्त अनाज है, लेकिन गोदाम से जनवितरण प्रणाली की दुकानों और फिर उपभोक्ताओं तक राशन पहुंचाना किसी चुनौती से कम नहीं है।
इन चुनौतीयों को दुर करने के लिए प्रदेश सरकार ने भारतीय खाद्य निगम से सीधे राशन दुकानदारों तक खाद्यान्न पहुंचाने के लिए सिंगल स्टेज परिवहन व्यवस्था तीन जिलों के पांच ब्लाकों में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में लागू करने का निर्णय लिया गया है। पहले चरण में प्रयागराज के सैदाबाद व शंकरगढ़ ब्लाक, बांदा के अतर्रा तथा तिन्दवारी ब्लाक एवं मुरादाबाद के भोजपुर ब्लाक यह व्यवस्था लागू की जायेगी।
यह जानकारी देते हुए खाद्य आयुक्त मनीष चैहान ने बताया, कि डोर स्टेप डिलीवरी की सिंगल स्टेज की व्यवस्था को सफलतापूर्वक लागू किये जाने के लिए जिला खाद्य विपणन अधिकारी द्वारा सभी उचित दर दुकानों का व्यापक रूट चार्ट तैयार किया जायेगा। साथ ही ट्रक के भारतीय खाद्य निगम डिपो से गंतव्य स्थान तक पहुंचने का समय निर्धारित किया जायेगा।
उन्होंने कहा है, कि किसी भी दशा में बिना जीपीएस सिस्टम लगे वाहनों का प्रयोग नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा, कि यदि ट्रक निर्धारित समय से बाद विलम्ब से पहुंचता है, तो इसके लिए आर्थिक दण्ड की व्यवस्था होगी। ताकि वितरण में अनुशासन व पारदर्शिता बनी रहे, तथा राशन की कालाबाजारी प्रभावी रूप से रोकी जा सके।
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