
अशाेेेक यादव, लखनऊ। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड दसवीं और बारहवीं के छात्रों की बची हुई परीक्षाएं पहली जुलाई से कराएगा। बोर्ड ने शुक्रवार को स्थिति साफ कर दी। बोर्ड ने कहा है कि दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं एक से 15 जुलाई तक कराई जाएंगी।
इससे पहले सीबीएसई बोर्ड के छात्रों ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखिरियाल निशंक से मांग की थी कि परीक्षा न करवाकर सीधे उन्हें अगली कक्षा में प्रवेश दे दिया जाए। तब से इस पर भ्रामक स्थिति बनी हुई थी कि परीक्षा होगी या नहीं, लेकिन अब बोर्ड ने स्थिति साफ कर दी है।
इससे पहले एचआरडी मंत्रालय ने भी एक ट्विट कर कहा था कि उत्तर पूर्वी दिल्ली को छोड़कर देश भर में दसवीं की बची हुई परीक्षाएं नहीं होंगी।
हालांकि दिल्ली के उत्तर पूर्वी जिले में परीक्षाएं होंगी। इस पर भी सवाल उठाए गए थे। कई स्कूल प्रबंधकों ने भी तर्क देते हुए कहा था कि पास करना है तो सभी को किया जाना चाहिए नहीं तो सभी की परीक्षाएं होनी चाहिए। इसके बाद बोर्ड ने परीक्षा का प्रस्ताव बनाकर एचआरडी मंत्रालय को भेज दिया था।
सीबीएसई बोर्ड के मुताबिक अभी तक दसवीं और बारहवीं दोनों को मिलाकर 83 ऐसे विषय हैं जिनकी परीक्षाएं नहीं हुई हैं।
ऐसे में एचआरडी मंत्रालय का ट्विट आने के बाद सीबीएसई के अधिकारियों का तर्क था कि एक दो विषयों की अगर परीक्षा होनी होती तो सीधे पास कर दिया जाता, लेकिन 64 विषयों की परीक्षाओं को टाला नहीं जा सकता।
बोर्ड के मुताबिक छात्रों को परीक्षा की तैयारियां करने में कोई समस्या भी नहीं होगी। परीक्षाओं की तिथि करीब 22 दिन पहले से घोषित की गई है। ऐसे में रिवीजन का उन्हें काफी समय भी मिल गया है। फिलहाल स्कूलों को खुलने की अनुमति नहीं दी गई है, लेकिन ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था चलती रहेगी।
बताया जा रहा है सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के लिए अभी एक गाइडलाइन जारी करेगा। इसमें सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराना अहम निर्णय रहेगा। केन्द्रों पर परीक्षाएं गाइडलाइन के मुताबिक ही आयोजित की जाएंगी।
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