
अशाेक यादव, लखनऊ। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना समेत कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि का विरोध करते हुए सोमवार को लोकसभा से बहिर्गमन किया। सदन में शून्यकाल शुरू होने के साथ ही द्रमुक के सदस्य आसन के निकट पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे।
इसके बाद कई अन्य विपक्षी दलों के सदस्य भी आसन के निकट पहुंच गए और महंगाई पर चर्चा की मांग करने लगे। पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच शून्यकाल को आगे बढ़ाया। इसके कुछ देर बाद कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दलों, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सदस्य सदन से वाकआउट कर गए।
पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में सोमवार को एक बार फिर 40 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई। दो सप्ताह से भी कम समय में पेट्रोल की कीमत में कुल 8.40 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की तरफ से जारी मूल्य संबंधी अधिसूचना के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 103.41 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर अब 103.81 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल की कीमत 94.67 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 95.07 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
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