
अशाेक यादव, लखनऊ। कोरोना से संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कोविड-19 महामारी के कारण दुनिया भीषण वैश्विक मंदी की चपेट में आ चुका है। लोग लोॅकडाउन के चलते परेशान है। वह पहले से ही आर्थिक मंदी के कारण रोज की जरूरतों की चीजें नहीं ला पा रहे तो ऐसे कठिन और मुश्किल हालात में बच्चों की फीस कहां से भर पाएंगे
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने कोरोना संक्रमण काल में अभिभावकों की खराब आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए केन्द्र व राज्य सरकारों से स्कूलों में बच्चों की फीस माफ करने की मांग की है।
मायावती ने शनिवार को ट्वीट करके कहा कि फीस के मामले में धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर अभिभावकों पर पुलिस लाठीचार्ज किए जाने को भी अफसोसजनक करार दिया है।
मायावती ने शनिवार को ट्वीट किया है। उन्होनें कहा है कि कोरोना लाॅकडाउन से संक्रमित देश की आर्थिक मन्दी से भीषण बेरोजगारी व जीवन में अभूतपूर्व संकट झेल रहे करोड़ों लोगों के सामने बच्चों के फीस जमा करने की समस्या संगीन होकर अब धरना-प्रदर्शन आदि के रूप में सामने आयी है, व उन्हें पुलिस के डण्डे खाने पड़ रहे हैं, जो अति-दुःखद है।
उन्होंने कहा कि ऐसे एक्ट ऑफ गाॅड के समय में संवैधानिक मंशा के अनुरूप सरकार को कल्याणकारी राज्य होने की भूमिका खास तौर से काफी बढ़ जाती है। केन्द्र व राज्य सरकारें अपने शाही खर्चे में कटौती करके सरकारी व प्राइवेट स्कूल फीस की प्रतिपूर्ति करें अर्थात व्यापक जनहित में बच्चों की स्कूल फीस माफ करें।
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