
अशोक यादव, चित्रकूट : महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय कैंपस में संपन्न विश्व मानवाधिकार दिवस कार्यक्रम में
मानवाधिकारों को मानव जीवन का मूल बताते हुए इसके संरक्षण के लिए समाज को जागरूक रहने की आवश्यकता पर बल दिया गया। कार्यक्रम राष्ट्रीय सेवा योजना की ग्रामोदय विश्वविद्यालय यूनिट के तत्वावधान में आयोजित किया गया था। एनएसएस के ‘लक्ष्य-गीत’ के साथ प्रारंभ हुए इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो अमरजीत सिंह थे।विशिष्ट अतिथि द्वय संघ के प्रचारक रवि राज और प्रो आञ्जनेय पांडेय थे। अध्यक्षता प्रो आर सी त्रिपाठी ने की। अतिथि परिचय डॉ उमेश शुक्ला ने प्रस्तुत किया।
इस मौके पर प्रो. अमरजीत सिंह ने एनएसएस की उपयोगिता, उद्देश्य, सेवा-भावना तथा मानवाधिकारों के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक समाज के वास्तविक परिवर्तनकर्ता होते हैं, जिनकी छोटी-छोटी सेवाएं भी बड़ा प्रभाव छोड़ती हैं।

प्रो आञ्जनेय पांडे ने मानवाधिकारों पर सारगर्भित एवं प्रेरक वक्तव्य दिया। रविराज ने एनएस एस के महत्व तथा युवाओं की सामाजिक जिम्मेदारी पर प्रकाश डाला।प्रो.आर.सी . त्रिपाठी ने एनएसएस के सिद्धांतों एवं मानवाधिकारों की अनिवार्यता तथा युवाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम संचालन डॉ नीलम सिंह गौर ने किया !
इस अवसर पर एनएसएस के एनआईसी कैंप गुजरात से वापस लौटे एनएसएस के स्वयं सेवक आशुतोष चनपुरिया को सम्मानित किया गया। स्वयं सेवकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। आभार प्रदर्शन प्रजल मिश्र ने किया।
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