
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : भारतीय रेलवे परिवहन प्रबंधन संस्थान (IRITM), लखनऊ में दिव्यांगजन संवेदीकरण पर एक कार्यशाला सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। कार्यशाला का नेतृत्व डॉ. कौशल शर्मा ने किया। वे वर्तमान में डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ, भारत के श्रवण बाधित विभाग और बौद्धिक दिव्यांगता विभाग में विशेष शिक्षा संकाय के डीन और विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने एम.जे.पी. रोहिलखंड विश्वविद्यालय, भारत से श्रवण बाधित व्यक्तियों की शिक्षा और पुनर्वास में विशेषज्ञता के साथ (विशेषआवश्यकता शिक्षा) में पीएच.डी. की है।
डॉ. कौशल पिछले 28 वर्षों से इस क्षेत्र में कार्यरत हैं और दिव्यांगता एवं पुनर्वास के मुद्दों से निपटने वाले विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं। वे विभिन्न शिक्षक प्रशिक्षण विभागों से जुड़े रहे हैं और विभिन्न शिक्षण पद्धतियों में दिव्यांग व्यक्तियों और उनके शिक्षकों के साथ निकटता से जुड़े रहे हैं।डॉ. कौशल ने दिव्यांगजनों से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर बात की और समावेशिता एवं बाधा-मुक्त वातावरण की आवश्यकता पर बल दिया।

कार्यशाला में आईआरआईटीएम के अपर महानिदेशक संजय त्रिपाठी, संकाय सदस्यों, प्रशिक्षुओं सहित कर्मचारियों ने भाग लिया। अपर महानिदेशक संजय त्रिपाठी ने बताया यह कार्यशाला दिव्यांगजन हेतु संस्थान में सहानुभूतिपूर्ण और सुलभ वातावरण बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इसका उद्देश्य दिव्यांगजनों के सामने आने वाली चुनौतियों और उनके समाधान में समावेशी प्रथाओं की भूमिका के प्रति संकाय, प्रतिभागियों और कर्मचारियों को संवेदनशील बनाना है।
कार्यक्रम का समापन में प्रोफेसर प्रगति कुमार द्वारा हार्दिक धन्यवाद ज्ञापन दिया, जिसमें वक्ताओं द्वारा साझा की गई बहुमूल्य अंतर्दृष्टि और सभी उपस्थित लोगों की सक्रिय भागीदारी को स्वीकार किया गया।