
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, नई दिल्ली : रेवंत रेड्डी ने कहा, “1967 में जब चीन ने हमारे देश पर हमला किया तो इंदिरा जी ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया था. उसके बाद 1971 में जब पाकिस्तान ने देश पर हमला किया तो इंदिरा जी ने मुंहतोड़ जवाब देकर पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए. उस वक्त अटल बिहारी वाजपेयी जी ने इंदिरा जी को दुर्गा कहा था.”
शिव सेना (यूबीटी) के नेता संजय राऊत ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर इंदिरा गांधी की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, “आज देश को इंदिरा गांधी की बहुत याद आ रही है.”
दरअसल, अगर हम शिमला समझौते की पृष्ठभूमि देखें तो यह साल 1971 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुई जंग से जुड़ा हुआ है.
1971 में भारत ने बांग्लादेश (जिसे तब पूर्वी पाकिस्तान के नाम से जाना जाता था) को पाकिस्तान से आज़ाद करवाने में मदद की थी. उस वक्त क़रीब 90 हज़ार पाकिस्तानी सैनिकों से आत्मसमर्पण कराया गया था.
1971 की जंग के बाद भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पाकिस्तान के राष्ट्रपति ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो के बीच एक समझौते पर दस्तख़त किए गए थे. इसे ही शिमला समझौते के नाम से जाना जाता है.