
अशाेक यादव, लखनऊ। आतंकियों के बढ़ते खतरे के मद्देनजर यूपी पुलिस की आरमरी में एक ऐसी कार्बाइन शामिल की जाएगी जो हर मिनट 800 गोलियां बरसा सकती हैं। इस पावरफुल कार्बाइन का नाम मार्क अल्फा जेवीपीसी है। यानी ज्वाइंट वेंचर प्रोटेक्टिव कार्बाइन, जेवीपीसी के डिजाइन पुणे के डीआरडीओ के आयुध अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान ने बनाया है।
जबकि इसका निर्माण कानपुर की स्माल आर्म्स फैक्ट्री में किया गया है। पहले चरण में 105 कार्बाइन कानपुर की स्माल आर्म्स फैक्ट्री से सीतापुर स्थित यूपी पुलिस के आयुध भंडार भेज दी गई है। जल्द ये कार्बाइन विभिन्न जनपदों में भेजी जाएंगी।
जेवीपीसी 5.56 एमएम की अत्याधुनिक कार्बाइन है जो स्प्रिंग मैकेनिज्म सिस्टम पर आधारित है। कार्बाइन की खूबी है कि यह सटीक निशाना देती है। फायरिंग में यह कार्बाइन न रूकती है और न ही फंसती है। जेवीपीसी का इस्तेमाल सीआरपीएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ और बीएसएफ भी कर रहा है। नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ में भी पुलिस को मार्क अल्फा जेवीपीसी कार्बाइन देने की बात की जा रही है।
मार्क अल्फा जेवीपीसी एक हल्की कार्बाइन है, जिसका वजन 3 किलोग्राम है। यह एक बार में सबसे ज्यादा फायरिंग करने वाली कार्बाइन है। कार्बाइन से नाइट विजन कैमरा अटैच है। जिससे रात में भी 200 मीटर तक सटीक निशाना लगाया जा सकता है। कार्बाइन में मैनुअल और ऑटोमेटिक फायरिंग मोड है। एक बार में 30 कारतूस की मैगजीन लोड होती है, जो स्टील भेदने में भी सक्षम है। गैस ऑपरेटेड होने से फायरिंग के बाद बैरल काली नहीं पड़ती।
Suryoday Bharat Suryoday Bharat