
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में गुरुवार 16 अक्टूबर को सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल की ओर से ‘व्यक्तित्व विकास’ विषय पर आयोजित द्विदिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने की। इसके अतिरिक्त मंच पर लाइफ कोच एवं मनोचिकित्सक प्रो. प्रबल फ्रैंक, रणनीतिकार एवं मोटीवेशनल स्पीकर बलराज नंदवानी, प्रबंधन अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष एवं सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के चेयरमैन प्रो. अमित कुमार सिंह एवं कार्यक्रम संयोजक एवं सेंट्रल ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल की सह समन्वयक डॉ. लता बाजपेयी सिंह एवं डॉ. मनोज कुमार उपस्थित रहे। मंच संचालन का कार्य डॉ. चारु द्वारा किया गया।

विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे भीतर उत्कृष्ट कार्य करने की असीम क्षमताएं निहित हैं, बस आवश्यकता है अपनी प्रतिभा को पहचानने और अपने व्यक्तित्व को निखारने की। उन्होंने बताया कि स्व-जागरण अत्यंत आवश्यक है क्योंकि इसके माध्यम से ही व्यक्ति का सर्वांगीण विकास संभव है।

लाइफ कोच एवं मनोचिकित्सक प्रो. प्रबल फ्रैंक ने व्यक्तित्व विकास विषय पर चर्चा की और विद्यार्थियों को आत्मविकास की दिशा में प्रेरित किया। प्रो. फ्रैंक ने सभी से आग्रह किया कि वे स्वयं को निरंतर सुधारने का प्रयास करें, क्योंकि निरंतर सीखना और आत्म-चिंतन ही सशक्त एवं प्रभावशाली व्यक्तित्व का आधार है।

रणनीतिकार एवं मोटीवेशनल स्पीकर बलराज नंदवानी ने चर्चा के दौरान कहा कि व्यक्तित्व विकास में अच्छे कम्युनिकेशन स्किल का अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान होता है क्योंकि प्रभावशाली व्यक्तित्व का निर्माण केवल ज्ञान या योग्यता से नहीं, बल्कि इस बात से भी होता है कि हम अपने विचारों को कितनी स्पष्टता और आत्मविश्वास के साथ व्यक्त करते हैं।

साथ ही डॉ. मनोज कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के दौरान प्रो. एम.एल.मीणा, डॉ. रवि शंकर वर्मा, अन्य शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।