बी के यादव, IEDS, उप निदेशक, एमएसएमई मंत्रालय, आगरा, भारत सरकार : दिनांक 28.12.2023 को मैं जोधपुर से राजभाषा सम्मेलन, जिसमे राजस्थान के राज्यपाल श्री कलराज मिश्र मुख्य अतिथि थे, में भाग लेकर वापस जोधपुर हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन से आगरा लौट रहा था। मेरी सीट ए -1 कोच में 21 नंबर थी। जैसे ही गाड़ी आगरा सुबह 9.30 बजे दिनांक 29.12.2023 को आगरा फोर्ट स्टेशन पहुंची, मैं ट्रेन से उतर कर घर चल दिया। घर पहुंचने से पूर्व याद आया कि मेरी कैसियो कलाई घड़ी सीट पर सीट / चद्दर में ही रह गई। मैंने तुंरत फोन आरपीएफ डीएसपी को लगाया, कोई सही जवाब नही मिला।सभी टोल फ्री नंबर Out Of Order निकले !
फिर मैंने डीआरएम ऑफिस, आगरा को फोन लगाया। डीआरएम कार्यालय में कार्यरत PS श्री आर्या ने बेडिंग सर्विस देने वाली कंपनी के मैनेजर श्री प्रशांत घोष का नंबर दिया उनसे बात हुई। वह तत्काल सीट पर गए और सूचित किया कि घड़ी मिल गई। इतना सुनते ही मैं बहुत खुश हुआ, तब तक ट्रेन इटावा क्रॉस कर चुकी थी। प्रशांत घोष ने मेरी बात चल रहे टीटीई श्री ए के सिंह से कराई, उन्होंने कहा कि मैं कल लौटूंगा फिर उन्होंने कहा कि बीकानेर हावड़ा आ रही है उसमे चल रहे टीटीई श्री राजेश गौरव को आपकी घड़ी दे देगें, जो बिहार के रहने वाले हैं, फिर उन्होंने राजेश गौरव से बात करवाई तो राजेश जी ने कहा कि ट्रेन 20.20 बजे फोर्ट स्टेशन आगरा पहुंचेगी। मैं रात्रि 8.20 बजे फोर्ट स्टेशन पहुंचा और घड़ी प्राप्त की। काफी कुछ कहने के बाद भी चार टीटीई सज्जनों ने चाय भी पीने से मना कर दिया। इसको कहते हैं कर्तव्यपरायणता और ईमानदारी, जो मिसाल उन्होंने पेश की, काबिले तारीफ़ है।
मैं सभी का ह्रदय की गहराइयों से आभार व्यक्त करता हूं। डीआरएम ऑफिस आगरा, रेल मंत्रालय और उनके साथ हुए फोटो घड़ी देते भी अपलोड कर रहा हूं : बी के यादव, आगरा