
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, नई दिल्ली : फ्रांस की अग्रणी फार्मास्युटिकल कंपनी, सर्विअर ग्रुप की भारतीय शाखा, सर्विअर इंडिया ने इवोसिडेनिब (टिब्सोवो) नामक ओरल टारगेटेड थेरेपी लॉन्च करने की घोषणा की है। यह दवा उन कैंसर मरीजों के इलाज के लिए मंजूर की गई है, जो तीव्र मायलॉइड ल्यूकेमिया (एएमएल) और कोलेन्जियोकार्सिनोमा से ग्रस्त हैं और जिनमें आइसोसाइट्रेट डीहाइड्रोजनेज-1 (आईडीएच1) म्यूटेशन पाया गया है। सर्विअर इंडिया को यह दवा आयात, बिक्री और वितरण के लिए 14 मई, 2025 को सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइज़ेशन (सीडीएससीओ) से मंजूरी मिली है।
एक्यूट मायलॉइड ल्यूकेमिया (एएमएल) एक जटिल रक्त संबंधी कैंसर है। अध्ययनों के मुताबिक, भारत में एएमएल से पीड़ित केवल 30-40% मरीजों को ही उचित इलाज मिल पाता है। बीमारी तेजी से बढ़ने और संक्रमण की वजह से इन मरीजों में मृत्यु दर काफी अधिक होती है। वहीं कोलेन्जियोकार्सिनोमा (सीसीए) एक दुर्लभ प्रकार का ट्यूमर होता है, जो पित्त नलिका से उत्पन्न होता है।
इस अवसर पर सर्विअर इंडिया के प्रबंध निदेशक, ऑरेलियन ब्रेटन ने कहा, – ;हमारा उद्देश्य है कि कैंसर
पीड़ित मरीजों तक अत्याधुनिक और सटीक इलाज पहुँचाया जाए, खासकर उन लोगों तक जिन्हें इसकी
सबसे ज़्यादा ज़रूरत है। भारत में एएमएल से पीड़ित लगभग 7 से 14% मरीजों में आईडीएच1 म्यूटेशन पाया जाता है, जिससे टारगेटेड थेरेपी इस खास समूह के लिए बेहद जरूरी बन जाती है।
सर्विअर इंडिया के मेडिकल एंड पेशेंट अफेयर्स डायरेक्टर, डॉ. प्रणव सोपोरी ने कहा, – ;यह थेरेपी एएमएल
और कोलेन्जियोकार्सिनोमा के इलाज में एक महत्वपूर्ण विकल्प पेश करती है।;
इलाज की उपलब्धता को लेकर श्रीमती प्रतिमा त्रिपाठी, कमर्शियल डायरेक्टर, सर्विअर इंडिया, ने कहा, – ;हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि यह थेरेपी भारतभर के मरीजों के लिए सुलभ और किफायती हो। इसके लिए हम हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स, पेशेंट एडवोकेसी ग्रुप्स और नीति-निर्माताओं के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।”
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