वेलेंटाइन (Valentine Day) यानि प्यार का त्यौहार। प्यार का वो त्यौहार जो पूरे एक सप्ताह तक चलता है। जिसमें हर दिन के साथ प्यार के रंग बदलते हैं और कपल्स या पार्टनर्स की बेरंग जिंदगी को कलरफुल बना देते हैं। वेलेंटाइन वैसे तो एक पाश्चात्य त्यौहार है,जिसे केवल कपल्स या शादीशुदा (Married) लोगों से ही जोड़ा जाता है। लेकिन भारत में आने के बाद वेलेंटाइन का स्वरूप अब काफी बदल गया है और अब वेलेंटाइन्स डे को हर रिश्ते में प्यार (Love) को जताने का वाला दिन बन गया है। लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा कि वेलेंटाइन की शुरूआत कब और कहां से हुई, इसके साथ वेलेंटाइन को फरवरी में हीं क्यों मनाया जाता है। अगर आपको वेलेंटाइन (Valentine ) से जुड़ी ये बातें नहीं पता है, तो आज हम आपको आज हम आपको वेलेंटाइन का इतिहास और फरवरी में वेलेंटाइन मनाने की वजह भी बता रहें हैं, जिससे आप ये जान सके कि आखिर कब से और कहां से प्यार के त्यौहार यानि वेलेंटाइन को मनाने की शुरूआत हुई।  
वेलेंटाइन्स डे का इतिहास 
वेलेंटाइन्स डे संत वेलेंटाइन’ के नाम पर रखा गया है।  वेलेंटाइन्स डे को मनाने की सबसे पहले शुरूआत तीसरी सदी में रोम से हुई थी। वेलेंटाइन से जुड़ी मान्यता के मुताबिक,  रोम में तीसरी सदी में क्लॉडियस नाम का राजा था। जिसका मानना था कि शादी करने से पुरूषों की शक्ति और बुद्धि दोनों ही खत्म हो जाती है। इसलिए उसने अपने राज्य के सभी पुरूषों, खासकर अपने सैनिक और अधिकारी को शादी नही करने का आदेश दिया।
इसके कुछ वक्त बाद राजा क्लॉडियस के राज्य  में रहने वाले एक संत वेलेंटाइन ने शादी पर रोक (Bane) लगाने वाले फैसले का विरोध शुरू किया और सैनिक और अधिकारियों के साथ ही सामान्य लोगों को भी शादी करने के लिए प्रेरित किया है। जिसके बाद राजा क्लॉडियस ने विरोध को बढ़ते हुए देख संत वेलेंटाइन को 14 फरवरी 269 में फांसी लगाने का आदेश दिया। जिसके बाद से ही हर साल लोग 14 फरवरी को वेलेंटाइन मनाया जाता है। वेलेंटाइन से जुड़ी इस कहानी का उल्लेख 1260 में लिखी गई पुस्तक ‘ऑरिया ऑफ जैकोबस डी वॉराजिन’ में मिलता है।
फरवरी में वेलेंटाइन डे मनाने की वजह
- फरवरी में वेलेंटाइन्स डे मनाने की दो खास वजह हैं। पहली, संत वेलेंटाइन को रोम में राजा क्लॉडियस के फैसले के विरोध में फिर से लोगों को शादी करवाने के जुर्म में फरवरी की 14 तारीख को फांसी लगवाई गई थी।
 - जबकि फरवरी में वेलेंटाइन मनाने की दूसरी वजह के मुताबिक, फरवरी के महीने के साथ ही बंसत की भी शुरूआत होती है। जब ठंड और पतझड़ के बाद इंसानों की ही तरह मौसम और प्रकृति भी अपने नए स्वरूप यानि रंग रूप में नजर आती है।
 - हर तरफ बस हरियाली और रंग-बिरंगे फूल के खिलते हैं। ऐसे में लोगों के दिलों में प्यार की भावना आना स्वाभाविक है। जिसे वेलेंटाइन्स के दिनों में खुशियों के साथ मनाया जाता है।
 
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