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कमजोरों को न्याय दिलाना ही धरती पुत्र मुलायम सिंह यादव को सच्ची श्रद्धांजलि – रामगोविंद चौधरी

अनुपूरक न्यूज़ एजेंसी, सैफई (इटावा)/ लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और उत्तर प्रदेश के पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि देश और प्रदेश में फिर से संविधान का शासन स्थापित करना और सामाजिक, आर्थिक तथा धार्मिक रूप से कमजोर लोगों को न्याय दिलाना ही सपा के संस्थापक अध्यक्ष, पूर्व रक्षा मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, धरती पुत्र माननीय मुलायम सिंह यादव जिन्हें हम लोग नेता जी के नाम से जानते हैं, को सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा है कि डबल इंजन और बुलडोजरों की सरकार का लक्ष्य ठीक इसके विपरीत है। ये लोग कमजोरों की जगह उन लोगों को सब कुछ देना चाहते जो स्तन कर के युग को आज भी अपना गौरव मानते हैं।

मंगलवार को सैफई में धरती पुत्र माननीय मुलायम सिंह यादव को श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद सपा के राष्ट्रीय सचिव और उत्तर प्रदेश के पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने समाजवादी साथियों और पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि नेता जी ने समाजवादी पार्टी की स्थापना शोषण विहीन समाज की रचना के लिए की थी। वह चाहते थे कि देश प्रदेश में संविधान के अनुसार ऐसी व्यवस्था चले जिसमें दलित, अति पिछड़ा, पिछड़ा, अल्पसंख्यक के साथ गरीब सवर्ण वर्ग के लोगों को भी सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक क्षेत्र में तब तक विशेष अवसर मिले, जब तक सभी क्षेत्रों में ये लोग बराबरी के करीब नहीं पहुँच जाएं। उन्होंने कहा है कि कमजोरों को विशेष अवसर को छोड़िए, डबल इंजन और बुलडोजर वाली ये सरकारें कमजोर तबकों के लिए संविधान में प्रदत्त अधिकारों को भी लगातार छीने जा रहीं हैं। इसके लिए ये लोग संविधान में संशोधन करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। इसलिए संविधान सम्मत शासन के लिए डबल इंजन और बुलडोजर की सरकारों को हटाना बहुत जरूरी है।
सपा के राष्ट्रीय सचिव और उत्तर प्रदेश के पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि ये डबल इंजन और बुलडोजर की सरकारें बात तो सबका साथ – सबका विकास की करती हैं लेकिन इनका मूल लक्ष्य है, स्तन कर वाली सामंती व्यवस्था को फिर से लागू करना। इसके लिए ये सरकारें ईडी, सीबीआई, दिल्ली पुलिस और बुलडोजरों का सरेआम दुरूपर्योग कर रही हैं। उन्होंने कहा है कि
ये एजेंसियां और ये बुलडोजर उन सभी लोगों को रौंद देना चाहते हैं जो सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक रूप से कमजोर लोगों को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ रहे हैं या संविधान के अनुसार शासन चलाने की बात कर रहे हैं।
सपा के राष्ट्रीय सचिव और उत्तर प्रदेश के पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि इन सरकारों से पहले आज़ाद भारत में इस बात की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी कि कोई कमजोर वर्ग के किशोर के मुँह में सार्वजनिक जगह पर सरेआम पेशाब करेगा और उसका वीडियो बनाकर पोस्ट करने की हिम्मत करेगा। एक सांसद लोकसभा में एक सांसद को कटुवा कहेगा, आतंकवादी कहेगा और सांसद बना रहेगा। एक प्रधानमंत्री हिंसा की आग में महीनों से जल रहे मणिपुर में नग्न परेड देखने के बाद भी वहाँ नहीं जाएगा और कुर्सी भी नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा है कि आरक्षण को लेकर योग्यता का सवाल उठाने वाले ये लोग अब बिना परीक्षा अपने लोगों को बैक डोर से आईएस भी बना रहे हैं। शिक्षा इतनी महंगी कर दिये हैं कि दलित, अतिपिछड़ा, पिछड़ा, अल्पसंख्यक और आर्थिक दृष्टि से कमजोर सवर्ण घरों के छात्र उच्च शिक्षा की ओर देखने की हिम्मत ही नहीं करें।
सपा के राष्ट्रीय सचिव और उत्तर प्रदेश के पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि समाजवादी पार्टी का लक्ष्य दलितों, अतिपिछड़ों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और गरीब सवर्णों के साथ हो रही अनदेखी को रोककर देश प्रदेश में सविधान सम्मत शासन स्थापित करना है, सबको न्याय देना है। उन्होंने कहा है कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव के नेतृत्व में हम सभी समाजवादी अंतिम सांस तक संघर्ष करेंगे। यह संघर्ष ही नेता जी की आत्मा को शांति देगा।

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