
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, रांची : 23 सितंबर, 2025 को, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर यूनिक रजिस्टर्ड निवेशकों की संख्या 12 करोड़ (120 मिलियन) के आँकड़े को पार कर गई। 23 सितंबर, 2025 तक एनएसई पर कुल निवेशक खाते (यूनिक क्लाइंट कोड्स) 23.5 करोड़ हो गए हैं, जो जुलाई 2025 में 23 करोड़ के आँकड़े को पार कर चुके थे। (इसमें अब तक के सभी रजिस्ट्रेशन्स शामिल हैं; क्लाइंट्स एक से अधिक ट्रेडिंग मेंबर के साथ रजिस्टर कर सकते हैं)।
निवेशक आधार का विस्तार, समय के साथ काफी तेज़ हुआ है। एनएसई के संचालन शुरू होने के 14 साल बाद रजिस्टर्ड निवेशक आधार 1 करोड़ तक पहुँचा, अगले 1 करोड़ जोड़ने में लगभग सात साल लगे, उसके बाद 1 करोड़ जोड़ने में लगभग ढाई साल और उसके बाद 1 करोड़ जोड़ने में एक साल से थोड़ा अधिक समय लगा।
भारत में निवेशकों की भागीदारी में तेज़ी से बढ़ते डिजिटाइजेशन, फिनटेक तक आसान पहुँच, मध्यवर्गीय आबादी और माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नीतिगत कदमों का योगदान है।
आज हर चार निवेशकों में एक महिला है। भारत में आज 12 करोड़ पंजीकृत निवेशक हैं। उनकी औसत उम्र लगभग 33 साल है, जो पाँच साल पहले 38 साल थी। इनमें से करीब 40% निवेशक 30 साल से कम उम्र के हैं।
एनएसई के चीफ बिज़नेस डेवलपमेंट ऑफिसर श्रीराम कृष्णन ने कहा, “इस वर्ष, हमने निवेशक आधार के मामले में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। जनवरी में 11 करोड़ के पार जाने के बाद, यह सराहनीय है कि लगभग आठ महीनों में एनएसई के निवेशकों की संख्या में एक और करोड़ की वृद्धि हुई है, जबकि वैश्विक व्यापार और भू-राजनीति की परिस्थितियों को लेकर निरंतर चिंताएँ बनी रही थीं।”