
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ / नई दिल्ली : यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने और चिकित्सा सेवा प्रदान करने के अपने निरंतर प्रयासों के तहत, उत्तर रेलवे ने प्रमुख स्टेशनों पर आपातकालीन चिकित्सा कक्ष (ईएमआर) स्थापित किए हैं। यह विकास यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

लखनऊ मंडल ने इस पहल को लागू करने में अग्रणी भूमिका निभाई है और वाराणसी तथा लखनऊ-चारबाग स्टेशनों पर ईएमआर शुरू किए हैं। ये सुविधाएँ यात्रियों को चौबीसों घंटे चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए उपलब्ध हैं। वाराणसी जंक्शन पर ईएमआर का उद्घाटन 13.12.2024 को हुआ और यह ज़रूरतमंद यात्रियों को सफलतापूर्वक सेवाएँ प्रदान कर रहा है।

ईएमआर द्वारा दी जाने वाली सेवाएं:-
ईएमआर में पंजीकृत चिकित्सक और प्रशिक्षित पैरामेडिकल स्टाफ होते हैं, जो निम्नलिखित सेवाएं प्रदान करते हैं:
•घायल रेल यात्रियों को निःशुल्क प्राथमिक चिकित्सा सहायता
•आपातकालीन चिकित्सा सेवाएँ 24/7
•एक छोटी फार्मेसी और प्रयोगशाला सुविधा, जिसका शुल्क शहर के लिए सीजीएचएस (गैर-एनएबीएच) दरों के अनुसार होगा
•रेलवे परिसर में अन्य घायल या बीमार व्यक्तियों को निजी परामर्श सेवाएं
•मरीजों को सरकारी अस्पतालों या ट्रॉमा सेंटरों में स्थानांतरित करने की व्यवस्था
उत्तर रेलवे के प्रमुख स्टेशनों पर ईएमआर की शुरुआत यात्री सुरक्षा और देखभाल को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
वाराणसी और लखनऊ-चारबाग में ईएमआर पहले से ही चालू हैं, और इसी तर्ज पर अयोध्या कैंट जंक्शन और अयोध्या धाम जंक्शन में भी ईएमआर शुरू किए जा रहे हैं । लखनऊ-चारबाग स्थित ईएमआर केंद्र ने पहले ही 41 वास्तविक रेलवे लाभार्थियों और 18 अन्य रोगियों का उपचार किया है, जो आपातकालीन चिकित्सा सेवाएँ प्रदान करने में इसकी प्रभावशीलता को दर्शाता है।