
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में मंगलवार 9 सितंबर को रामचंद्रन स्कूल ऑफ लीडरशिप, एमआईटी, वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी, पुणे एवं बीबीएयू के संयुक्त तत्वावधान में ‘कल का विश्वविद्यालय: शिक्षा के भविष्य पर एक अंतःविषय संवाद’ विषय पर नेशनल विजनिंज कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इस कांफ्रेंस में बीबीएयू की नॉलेज पार्टनर के तौर पर सक्रिय भूमिका रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीन ऑफ अकेडमिक अफेयर्स प्रो. एस. विक्टर ने बाबू की। इसके अतिरिक्त मुख्य तौर पर रामचंद्रन स्कूल ऑफ लीडरशिप, एमआईटी, वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी, पुणे की डीन प्रो. उर्वशी मक्कर, प्रबंध अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अमित कुमार सिंह, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. लता बाजपेयी सिंह एवं एमआईटी, वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी, पुणे के डॉ. अनुज काले और डॉ. प्रणब कायांदे उपस्थित रहे। सर्वप्रथम डॉ. लता बाजपेयी सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का स्वागत किया एवं सभी को कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रुपरेखा से अवगत कराया।
डीन ऑफ अकेडमिक अफेयर्स प्रो. एस. विक्टर बाबू ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि 21वीं सदी में शैक्षणिक संस्थानों के कार्य करने के तौर-तरीकों पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।
प्रो. उर्वशी मक्कर ने अपने विचार रखते हुए कहा कि एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी एक ऐसा संस्थान है जो शिक्षा के साथ-साथ वैश्विक शांति, सद्भावना और सहयोग की दिशा में कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन के माध्यम से बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय और एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी, दोनों संस्थानों को आपसी संवाद का एक सशक्त अवसर प्राप्त हुआ है।
डॉ. लता बाजपेयी सिंह ने बताया कि सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य दोनों संस्थानों के बीच आपसी संवाद और सहयोग को प्रोत्साहित करना है ताकि शिक्षा और शैक्षणिक संस्थानों के बेहतर भविष्य की दिशा में ठोस पहल की जा सके। 
         
कार्यक्रम में विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण, गैर शिक्षण कर्मचारी एवं शोधार्थी मौजूद रहे।
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