
सूर्योदय भारत समाचार सेवा : यह ऐतिहासिक फिल्म शानदार 4K और डॉल्बी एटमॉस में वापसी कर रही है। हिंदी और तमिल में री-रिलीज़ जल्द होगी। दर्शक 14 अगस्त को ‘कुली’ के साथ ‘शिवा’ का पहला टीज़र देख पाएंगे, जो फिल्म के नए साउंडस्केप और विज़ुअल्स की रोमांचक झलक पेश करेगा।
तीन दशकों से अधिक समय बाद, भारतीय सिनेमा की सबसे महान फिल्मों में से एक फिर से इतिहास रचने को तैयार है। सुपरस्टार नागार्जुन और फिल्मकार राम गोपाल वर्मा ने घोषणा की है कि वे अपनी क्रांतिकारी एक्शन क्राइम ड्रामा शिवा को एक भव्य री-रिलीज़ के रूप में बड़े पर्दे पर ला रहे हैं।
36 वर्ष पहले, अन्नपूर्णा स्टूडियोज़ की इस कल्ट फिल्म ने अपनी कच्ची तीव्रता और यथार्थवादी एक्शन दृश्यों के साथ सिनेमा की परिभाषा बदल दी थी, जो पहले कभी नहीं देखे गए थे। इसने बॉक्स ऑफिस पर नए रिकॉर्ड बनाए और आलोचकों से जबरदस्त सराहना पाई। अब, स्टूडियो के 50वें वर्षगांठ के अवसर पर, 1989 की यह आइकॉनिक फिल्म – जिसने वर्मा के निर्देशन करियर की धमाकेदार शुरुआत की थी – एक बार फिर थिएटर्स में लौट रही है। ‘शिवा’ का साउंड पहली बार पूरी तरह से पुराने मोनो मिक्स से डॉल्बी एटमॉस में बदला गया है, और यह संभव हुआ है नवीनतम व उन्नत एआई इंजीनियरिंग तकनीकों के जरिए।
निर्माता अक्किनेनी वेनकट और यर्लगड्डा सुरेंद्र द्वारा समर्थित इस फिल्म ने छात्रों के शोषण की कहानी को बड़े प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया था, जो वर्मा के विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश) में छात्र जीवन के अनुभवों से प्रेरित थी।
इस ऐतिहासिक री-रिलीज़ पर बात करते हुए, महान अभिनेता अक्किनेनी नागार्जुन ने कहा,
“शिवा वह फिल्म थी जिसने मुझे एक आइकॉनिक हीरो का दर्जा दिलाया और मेरे किरदार को अमर बना दिया। यह तथ्य कि 36 साल बाद भी यह फिल्म चर्चा में रहती है, मेरे भाई वेनकट अक्किनेनी और मुझे इसे सबसे भव्य तरीके से फिर रिलीज़ करने के लिए प्रेरित करता रहा। हमें लगा कि हम दर्शकों के इस प्रेम का ऋण चुकाएँ, और साथ ही नई पीढ़ी को भी यह अनुभव दें जो शायद इसे सिर्फ यूट्यूब पर देख पाई हो। इसलिए, आरजीवी, वेनकट और मैंने मिलकर इसे एक बेमिसाल डॉल्बी एटमॉस साउंड और 4के विज़ुअल्स के साथ फिर से पेश करने का फैसला किया।”
निर्देशक राम गोपाल वर्मा ने कहा,
“नागार्जुन और निर्माताओं का मुझ पर भरोसा ही था जिसने फिल्म को इन ऊँचाइयों तक पहुँचाया। यह अविश्वसनीय है कि आज भी लोग हर सीन और किरदार को याद रखते हैं। अन्नपूर्णा स्टूडियोज़ का इसे फिर रिलीज़ करने का फैसला मुझे बेहद रोमांचित करता है। भले ही मूल साउंड की काफी सराहना हुई थी, लेकिन इसे आज के मानकों के अनुरूप दोबारा तैयार करना ज़रूरी लगा। उन्नत एआई तकनीक का इस्तेमाल कर, हमने मूल मोनो मिक्स को डॉल्बी एटमॉस में परिवर्तित किया है। लोग शिवा पहले देख चुके होंगे, लेकिन मैं वादा करता हूँ कि उन्होंने इसे इस तरह कभी अनुभव नहीं किया होगा, जैसा अब करेंगे।”
महान संगीतकार इलैयाराजा के संगीत से सजी शिवा में अमला और रघुवरन ने भी अभिनय किया था। 1990 में इस फिल्म का हिंदी रीमेक भी बना, जिसमें इन्हीं कलाकारों ने अपने किरदार दोहराए। विशाल बॉक्स ऑफिस सफलता के अलावा, शिवा 13वें आईएफएफआई (1990) के इंडियन पैनोरमा मेनस्ट्रीम सेक्शन में प्रदर्शित हुई थी और तीन नंदी पुरस्कार जीते थे – सर्वश्रेष्ठ निर्देशक (वर्मा), निर्देशक की सर्वश्रेष्ठ पहली फिल्म, और सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखक (तनिकेला भरानी)।