
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ में एक साथ 950 शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों ने सामूहिक योगाभ्यास कर योग के महत्व का संदेश दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः 6:30 बजे विश्वविद्यालय के एमेनिटीज ब्लॉक स्थित बैडमिंटन वुडन कोर्ट एवं विशिष्ट स्टेडियम के ट्रैक फील्ड में हुई। इस भव्य आयोजन का संचालन हनुमान गढ़ी सिद्ध पीठ अयोध्या के महंत श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर योगाचार्य डॉ. महेश योगी के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। उनके साथ बृजेश दुबे एवं ऋतंभरा दुबे भी उपस्थित रहीं।
महंत महामंडलेश्वर डॉ. महेश योगी ने अपने उद्बोधन में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भारत के ऋषियों की थाती है। उन्होंने कहा कि भारत के ऋषियों ने जो ज्ञान हजारों वर्ष पहले स्थापित किया, आज पूरी दुनिया उस पर शोध कर रही है।
कुलपति आचार्य संजय सिंह ने कहा कि योग मन और शरीर की एकता का प्रतीक है तथा यह भी घोषणा की कि विश्वविद्यालय का योग विभाग प्रतिदिन नियमित योग सत्र का आयोजन करेगा।
इस भव्य आयोजन में विश्वविद्यालय के कुलसचिव रोहित सिंह, वित्त अधिकारी श्रीनिवास त्रिपाठी, परीक्षा नियंत्रक डॉ. अमित कुमार राय, अधिष्ठाता शैक्षणिक प्रो. वी.के. सिंह, कुलानुशासक प्रो. सी.के. दीक्षित, निदेशक क्रीड़ा एवं योग प्रकोष्ठ प्रो. पी. राजीव नयन, निदेशक प्रो. अश्वनी दुबे, अधिष्ठाता प्रो. अवनीश चन्द्र मिश्रा, प्रो. आर.के. श्रीवास्तव, चीफ प्रोवोस्ट प्रो. वीरेंद्र सिंह यादव, डॉ. पुष्पेन्द्र मिश्रा, उपकुलसचिव अनिल कुमार मिश्रा, डॉ. रणजीत कुमार, डॉ. विजय कुमार वर्मा, डॉ. बृजेश राय सहित विश्वविद्यालय के कई अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
भवन विकास समिति के सौजन्य से स्वामी विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय के प्रांगण में कचनार के पौधों का रोपण भी किया गया। पौधरोपण में कुलपति आचार्य संजय सिंह और आगंतुक अतिथियों ने सहभागिता की।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. कौशिकी सिंह ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव रोहित सिंह ने किया।