
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, नई दिल्ली : भारत के दो प्रमुख संस्थानों – दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क – भारतीय रेलवे, और देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक – भारतीय स्टेट बैंक के बीच सोमवार एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन ( एमओयू ) पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर रेल, सूचना और प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार और एसबीआई के अध्यक्ष सी.एस. सेटी उपस्थित रहे।
एमओयू के तहत, एसबीआई के साथ वेतन खातों को बनाए रखने वाले रेलवे कर्मचारियों के लिए बीमा कवरेज में काफ़ी वृद्धि की गई है। आकस्मिक मृत्यु के मामले में, सीजीईजीआईएस के तहत कवर किए गए समूह ए, बी और सी कर्मचारियों के लिए क्रमशः ₹ 1.20 लाख, ₹ 60,000 और ₹ 30,000 के वर्तमान कवरेज की तुलना में बीमा लाभ बढ़ाकर ₹ 1 करोड़ कर दिया गया है।
एसबीआई के साथ केवल एक वेतन खाता रखने वाले सभी रेलवे कर्मचारी अब किसी भी प्रीमियम का भुगतान करने या किसी भी चिकित्सा परीक्षा से गुज़रने की आवश्यकता के बिना ₹ 10 लाख के प्राकृतिक मृत्यु बीमा कवरेज के लिए पात्र होंगे।
लगभग 7 लाख रेलवे कर्मचारियों के एसबीआई के साथ वेतन खातों को बनाए रखने के साथ, यह समझौता कर्मचारी कल्याण की दिशा में एक बड़ा कदम है !
इस एमओयू के तहत कुछ प्रमुख मानार्थ बीमा कवर में शामिल हैं : रुपे डेबिट कार्ड पर ₹ 1.60 करोड़ का एयर एक्सीडेंट इंश्योरेंस (मौत) कवर और ₹ 1.00 करोड़ तक का अतिरिक्त; ₹ 1.00 करोड़ का व्यक्तिगत दुर्घटना (स्थायी कुल विकलांगता) कवर; और ₹ 80 लाख तक का व्यक्तिगत दुर्घटना (स्थायी आंशिक विकलांगता) कवर।
दो प्रमुख संस्थाओं के बीच यह समझौता कर्मचारी-केंद्रित और कार्यबल को विशेष लाभ पहुंचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है । समूह सी और फ्रंटलाइन रेलवे कर्मियों के लिएयह लाभदायक होगा।