
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : फार्मेसी जगत में गहरा शोक व्याप्त हो गया, गहरी शोक एवं अत्यंत व्यथित मन से फार्मासिस्ट फेडरेशन ने अपने सदस्यों यह सूचित किया है कि भारतीय फार्मेसी शिक्षा के स्तंभ, दूरदर्शी शिक्षक, महान विद्वान और असाधारण व्यक्तित्व प्रोफेसर एस.एन. शर्मा का शनिवार 6 दिसंबर 2025 को देहावसान हो गया। उनकी अंतिम यात्रा रविवार 7 दिसंबर 2025 को सायं 3:30 बजे, मोक्ष धाम सेक्टर-39, मेडांटा के निकट, गुरुग्राम (हरियाणा) में संपन्न हुई ।
उन्होंने अपने प्रिय शिष्य प्रोफेसर हरलोकेश के माध्यम से युवाओं को अंतिम संदेश दिया जो अत्यंत भावुक करने वाला तो है लेकिन प्रेरणा दाई है ।
“हम लाए हैं तूफान से कश्ती निकल के, इस देश को रखना मेरे बच्चों संभल के ।”
प्रो. शर्मा ने अपने सात दशकों से अधिक लंबे शैक्षणिक एवं शोध-कार्यकाल में भारत तथा विदेशों में फार्मेसी शिक्षा को नई दिशा प्रदान की। वे अपनी अद्भुत वाक्-शैली, गहन विद्वता, अनुशासित जीवन-दृष्टि, तथा निष्ठावान शिक्षकीय मूल्यों के लिए पूरे देश में सम्मानित रहे।
भारतीय फार्मेसी समुदाय के लिए उनका योगदान सदैव प्रेरणा देता रहेगा।
उनका जाना न केवल फार्मेसी जगत के लिए, बल्कि समूचे स्वास्थ्य-शिक्षा क्षेत्र के लिए अतुलनीय हानि है।
फार्मासिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील के यादव, वैज्ञानिक समिति के चेयरमैन प्रोफेसर हरलोकेश यादव, सलाहकार प्रो पी वी दीवान, महामंत्री अशोक कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष के पी नायक, उपाध्यक्ष राजेश सिंह, शिव कारण यादव, संगठन मंत्री आर पी सिंह, सहित पूरे परिवार ने दिवंगत आत्मा के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ईश्वर से प्रार्थना करता है कि पावन आत्मा को अपने श्रीचरणों में उच्चतम स्थान प्रदान करें।
शर्मा के स्व अनुशासन, छात्रों के प्रति व्यवहार की अनेक कहानियां इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं ।
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