सूर्योदय भारत समाचार सेवा, चित्रकूट : महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के लोक विज्ञान व प्रौद्योगिकी संस्थान (वर्तमान में अभियांत्रिकी व प्रौद्योगिकी संकाय) में अध्ययन कर देश विदेश में इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के क्षेत्र में काम कर रहे 200 से अधिक पूर्व छात्र – छात्राओं के आगमन से ग्रामोदय परिसर हर्षित और प्रफुल्लित है। यारियां ग्रुप के रूप उपस्थित छात्र छात्राओं के समूह ने आज ग्रामोदय विश्वविद्यालय को 5 लाख रुपए प्रदान किया। साथ ही कुलगुरु प्रो भरत मिश्रा को आश्वस्त किया कि वे आगे भी वित्तीय सहयोग प्रदान करेंगे। पथ दर्शन कार्यक्रम के अंतर्गत पूर्व छात्रों ने सेमिनार का आयोजन किया।
इस अवसर पर पूर्व छात्र छात्राओं ने कुलगुरु प्रो भरत मिश्रा, अधिष्ठाता डॉ आञ्जनेय पांडेय और फैकल्टी शिक्षको को सम्मानित करते हुए उनके द्वारा दी गई सकारात्मक शिक्षा दीक्षा के लिए धन्यवाद अर्पित किया। इन विद्यार्थियों ने अपने कार्य अनुभव को साझा करते हुए विश्वास दिलाया है कि वे आने वाले समय में यहां के विद्यार्थियों के कैरियर डेवलपमेंट, कौशल विकास और तकनीकी क्षेत्र में मदद करेंगे। समूह ने रोजगार दिग्दर्शन, हेल्थ, एम्प्लॉयंट सपोर्ट की दिशा में सहयोग की बात की। पूर्व छात्र मनीष जायसवाल सेमिनार के मॉर्डेटर रहे। संचालन पूर्व छात्रा श्वेता श्रीवास्तव ने किया। समूह की ओर से प्रस्तुत कार्यक्रम के औचित्य और उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया गया है कि हम गौरांवित है कि हम लोगों ने भारत रत्न राष्ट्रऋषि नाना जी देशमुख द्वारा स्थापित ग्रामोदय विश्वविद्यालय के माध्यम से ग्रामोदय संकल्पना को साकार करने की दिशा में यथा संभव योगदान कर रहे हैं।
पूर्व छात्रों से कुलगुरु ने किया विमर्श
पूर्व छात्रों का यारियां ग्रुप तीन दिनों के प्रवास पर चित्रकूट आया है। पहले दिन एलुमनी एसोसिएशन की ऑर्गनाइजिंग कमेटी के पदाधिकारियों ने कुलगुरु प्रो भरत मिश्रा के साथ यूनिवर्सिटी डेवलपमेंट कार्यक्रम को लेकर विमर्श किया। प्रो मिश्रा ग्रामोदय विश्वविद्यालय की विकास यात्रा पर प्रकाश डाला और नवीन संभावनाओं की जानकारी दी।पूर्व छात्रों को ओर इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम के डेवलेपमेंट संबंधी भावी कार्यों की बात रखी।इस मौके पर सुनील जायसवाल, मनोज मिश्रा, अभिषेक भार्गव, दीपक सूर्यवंशी, सुबोध त्रिपाठी, मनीष जायसवाल, रंजीत बिहारी, श्वेता श्रीवास्तव, निशि सिंह, अमित गोयल, अतीन निगम, रामेंद्र बिसेन विक्रांत सक्सेना आदि ऑर्गनाइजिंग कमेटी के पदाधिकारियों ने अपने विचार रखे।