
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, मुंबई : भारतीय सिनेमा और मनोरंजन में 24 अक्टूबर 2025 को एक पॉवरफुल और नया अध्याय शुरू हुआ है, जब मुक्ता आर्ट्स ने अपनी 47वीं वर्षगाँठ और अपनी शैक्षिक इकाई व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल (डब्ल्यूडब्ल्यूआई) का 20वाँ वर्ष मनाया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर, घई, जो मुक्ता आर्ट्स और डब्ल्यूडब्ल्यूआई के चेयरमैन हैं, ने मुंबई में एक नई व्यावसायिक विंग, एसजीएम एनिमेशन स्टूडियो एनिमेशन और गेमिंग की भव्य शुरुआत की घोषणा की।
यह आधुनिकतम स्टूडियो एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में एक अग्रणी भूमिका निभाने को तैयार है, जिसका मुख्य फोकस है सृजन- आकर्षक और अभिनव एनिमेशन’, गेमिंग कहानियों का निर्माण। इस लॉन्च को घई और उनकी समर्पित टीम द्वारा पिछले एक वर्ष की रणनीतिक मेहनत का परिणाम कहा गया है, जिसमें मुक्ता आर्ट्स की विशाल सामग्री विरासत का उपयोग किया गया है, जिसमें 44 ब्लॉकबस्टर फिल्में और 500 शॉर्ट फिल्में शामिल हैं, जो नए स्टूडियो के लिए अमूल्य बौद्धिक संपत्तियों (आईपी) का स्रोत हैं।
घई ने कहा, “मैं 1975 में ‘कालीचरण’ से बड़े पर्दे पर कहानियाँ बताना शुरू किया था और 1978 में ‘कर्ज़’ जैसी संगीत-युक्त फिल्म से अपने सफर की शुरुआत की। उसके बाद 2000 में ‘ताल’ के साथ ऑडियो-वीडियो स्टूडियो की शुरुआत की। फिर मैंने पब्लिक सेक्टर के साथ मिलकर एक वर्ल्ड-क्लास व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल की स्थापना की और आज तक करीब 3000 छात्रों को फिल्म-निर्माण के विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया है।”
उन्होंने कहा, “अब मैं अपने छात्रों के लिए एनिमेशन और गेमिंग में भारतीय स्टोरीटेलिंग के उज्ज्वल भविष्य को देखता हूँ। हमने अपना शोध किया है। हम मुक्ता आर्काइव से आने वाली नई महान कहानियों के साथ छोटे और बड़े पर्दे के लिए एसजीएम एनिमेशन एवं गेमिंग स्टूडियो स्थापित कर रहे हैं। राहुल पुरी और चैतन्य चिचलिकारा को इस नए उद्यम को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गहराई से देखने-समझने में सहयोग देने के लिए मेरी ओर से धन्यवाद्।”
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