
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में मंगलवार 9 सितंबर को प्रबंधन अध्ययन विभाग एवं सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, विकास एवं सुविधा कार्यालय, कानपुर, भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीन ऑफ अकेडमिक अफेयर्स प्रो.एस. विक्टर बाबू ने की। मुख्य अतिथि के तौर पर उत्तर प्रदेश सरकार के डिप्टी कमिश्नर ऑफ इंडस्ट्रीज मनोज कुमार चौरसिया उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त मंच पर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड कॉमर्स के संकायाध्यक्ष प्रो. अमित कुमार सिंह, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. तरूणा, एमएसएमई, कानपुर से असिस्टेंट डायरेक्टर अविनाश कुमार अपूर्व, बैंक ऑफ इंडिया के लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर मनीष पाठक उपस्थित रहे। सर्वप्रथम कार्यक्रम समन्वयक डॉ. तरुणा ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का स्वागत किया एवं सभी को कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रुपरेखा से अवगत कराया !
डीन ऑफ अकेडमिक अफेयर्स प्रो. एस. विक्टर बाबू ने कहा कि किसी भी कार्य की शुरुआत एक विचार से होती है, क्योंकि विचार ही आगे चलकर परिवर्तन और प्रगति का आधार बनता है।
मुकेश कुमार चौरसिया ने अपने विचार रखते हुए कहा कि देश और समाज के प्रति हर नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह अपनी क्षमता और योग्यता के अनुसार योगदान दे।
मनीष पाठक ने उद्यमिता के क्षेत्र में बैंकों द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि आज के समय में सरकार उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए सरल ऋण उपलब्ध करा रही है और विशेष रूप से अल्पसंख्यक, महिलाएँ, अनुसूचित जाति तथा जनजाति वर्ग के लिए अतिरिक्त सुविधाएँ प्रदान की जा रही हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर बनकर व्यवसाय की ओर कदम बढ़ा सकें।
अंत में प्रो. अमित कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। समस्त कार्यक्रम के दौरान विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण, गैर शिक्षण कर्मचारी, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।