
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखीमपुर : एजुकेट गर्ल्स संस्था ने जिला लखीमपुर में बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने और ग्रामीण समाज में अभिभावकों को जागरूक करने के उद्देश्य से “शिक्षा रथ” अभियान का सफल आयोजन किया। यह विशेष पहल बालिकाओं के शैक्षिक अधिकार और उनके भविष्य को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।
अभियान की शुरुआत बेसिक शिक्षा कार्यालय लखीमपुर से हुई, जहाँ बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण तिवारी ने हरी झंडी दिखाकर रथ को रवाना किया था। इस अवसर पर उन्होंने बालिका शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “एजुकेट गर्ल्स संस्था के प्रयास से समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। यह पहल न केवल स्कूलों में नामांकन बढ़ाएगी, बल्कि एक बेहतर समाज के निर्माण में भी सहयोग देगी।”

शिक्षा रथ ने जनपद के 15 विकास खंडों में स्थित 54 गाँवों का दौरा किया। इस दौरान, एजुकेट गर्ल्स टीम ने गाँव-गाँव जाकर समुदाय के लोगों, विशेषकर अभिभावकों से सीधे संवाद स्थापित किया। टीम ने बताया कि बालिकाओं की शिक्षा न केवल उनके व्यक्तिगत विकास और आत्मनिर्भरता के लिए आवश्यक है, बल्कि यह पूरे समाज की प्रगति की आधारशिला भी है।

अभियान के अंतर्गत विभिन्न स्थानों पर सामुदायिक बैठकों का आयोजन किया गया। इसके अलावा, शिक्षा संबंधी जानकारी और प्रेरक संदेशों से युक्त सूचना सामग्री वितरित की गई। इन गतिविधियों का उद्देश्य था कि अधिक से अधिक परिवार अपनी बेटियों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित हों और बालिकाओं की शिक्षा के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएँ।

एजुकेट गर्ल्स संस्था के स्टेट हेड नितिन कुमार झा ने इस अवसर पर कहा, “हमारा लक्ष्य है कि कोई भी बच्चा, विशेषकर बालिकाएँ, शिक्षा की मुख्यधारा से वंचित न रह जाएँ। इसी उद्देश्य से हमने जिला प्रशासन और जिला शिक्षा केंद्र के सहयोग से शिक्षा रथ अभियान शुरू किया। हमें उम्मीद है कि इस वर्ष हम ज्यादा से ज्यादा बच्चों का नामांकन कराने में सफल होंगे।”
शिक्षा रथ अभियान से प्राप्त प्रतिक्रिया अत्यंत उत्साहजनक रही। कई गाँवों में अभिभावकों ने अपनी बेटियों के नामांकन कराने की प्रतिबद्धता जताई। कई स्थानों पर स्थानीय समुदाय ने इस पहल को समर्थन देते हुए भविष्य में भी ऐसे प्रयास जारी रखने का आग्रह किया।

इस अभियान ने यह साबित कर दिया कि जब समाज, प्रशासन और संगठन एक साथ मिलकर कार्य करते हैं, तो शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय और स्थायी परिवर्तन संभव है। एजुकेट गर्ल्स संस्था का यह प्रयास न केवल वर्तमान पीढ़ी की बालिकाओं को लाभान्वित करेगा, बल्कि आने वाले वर्षों में एक शिक्षित, जागरूक और सशक्त समाज के निर्माण में भी अहम् भूमिका निभाएगा।