
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ / प्रयागराज : उपमुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश केशव प्रसाद मौर्य रविवार को सिविल लाइन प्रयागराज में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत सौंदर्यीकृत ‘‘शहीद वॉल’’ पर पहुंचकर शहीदों के सम्मान में वहां पर दीप प्रज्जवलन किया एवं पुष्पांजलि अर्पित करते हुए शहीदों को नमन किया। उपमुख्यमंत्री के द्वारा शहीद वॉल स्थल पर ‘‘वृक्षारोपण महाअभियान-2025’’ एवं ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ अभियान के तहत शहीदों के सम्मान में ‘‘मौलश्री’’ पौधे का रोपण किया गया और सभी लोगो को ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण कर प्रकृति के संरक्षण में अपना सहयोग देने के लिए कहा।

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज हम अंग्रेजो की पराधीनता से मुक्त है एवं आजादी के 76वें वर्ष में प्रवेश कर चुके है, जिन्होंने हमारे देश में शासन किया था, वे आज आर्थिक मोर्चे पर हमारे भारत देश से पीछे है। उन्होंने कहा कि इन्हीं शहीदों ने देश को आजादी दिलाने के लिए अंग्रेजो की यातनाएं सहते हुए हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चूम लिया था। देश की आजादी के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले अमर शहीदों ने जो सपने संजोये थे, उनको पूरा करना हम सबका दायित्व है। जो देश के लिए शहीद हुए, वे हमारे पूर्वज भी हैं और शहीद वॉल पर दीपक जलाना अपने पूर्वजों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। उपमुख्यमंत्री ने लोगो से आह्वान किया कि शहीद वॉल पर दीप प्रज्जवलित कर अपने पूर्वजों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, बलिदानियों को याद करें, जो देश को पराधीनता से मुक्त कराने के लिए शहीद हुए।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भारत माता के क्रांतिकारी, बलिदानी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, जिन्होंने अंग्रेजों के विरूद्ध लड़ाई लड़ी और यह पवित्र तिरंगा जो हमारी आन-बान-शान का प्रतीक है, उसे फहराने का हमें अवसर दिया, ऐसे सभी क्रांतिकारियों, बलिदानियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को हम सभी नमन करते है। उन्होंने कहा कि जब तक कोई यात्री प्रयागराज आकर शहीद वॉल का दर्शन नहीं करता, उसकी प्रयागराज तीर्थयात्रा अधूरी मानी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह शहीद वॉल पूरे प्रयागराज के लिए गर्व का विषय है, अभी इसका और विकास हो रहा है।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल संगम नगरी नहीं, बल्कि देशभक्ति और बलिदान की तीर्थभूमि है। प्रयागराज की महिमा का जितना वर्णन किया जाये, वह कम है और यह एक अलग प्रकार का तीर्थ स्थल है, यह क्रांतिकारियों का तीर्थ स्थल, साहित्य, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का तीर्थ स्थल है, महर्षि भारद्वाज जैसे महर्षियों का तीर्थ स्थल है, श्रृंगवेरपुरधाम जो निषादराज की राजधानी थी, वह भी एक हमारा एक तीर्थ स्थल है, यहां द्वादश माधव हैं, शक्तिपीठ हैं, सिद्धपीठ हैं, यहां बड़े-बड़े आचार्य एवं महामण्डलेश्वरों के प्रमुख स्थान है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में विकास के बहुत से कार्य हुए है और आगे भी विकास कार्यो के लिए पैसे की कमी नहीं आने दी जायेगी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज पूरे विश्व का ऐसा शहर एवं जनपद बने, जिसकी चर्चा देश के हर राज्य के अंदर हो और राज्य के हर जनपद के अंदर हो। उन्होंने कहा कि मैं शहीदों के चरणों में नमन करते हुए उनको अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और हम सब यह संकल्प दोहरायेंगे कि जो स्वप्न क्रांतिकारियों, बलिदानियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने देखा था, उसे साकार करने के लिए हम अपना पूरा योगदान देने का काम करेंगे और इस कार्य में कोई कमी नहीं रहने देंगे।