
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में गुरुवार 15 अक्टूबर को मानव विकास एवं परिवार अध्ययन विभाग की ओर से चैतन्य-मन मेला कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम गुरुवार 15-17 अक्टूबर तक विभाग में आयोजित किया जा रहा है ! अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने की। विशिष्ट अतिथि के तौर पर प्रसिद्ध मनोचिकित्सक एवं परामर्शदाता डॉ. ममता तिवारी, गृह विज्ञान विद्यापीठ की संकायाध्यक्ष प्रो. यूवी किरण एवं मानव विकास एवं परिवार अध्ययन विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. शालिनी अग्रवाल उपस्थित रहीं। सर्वप्रथम डॉ. सौम्या तिवारी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का स्वागत किया।
विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में अधिकांश लोगों में चिंता, तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याएँ तेजी से बढ़ रही हैं। हमें इस दिशा में गंभीरता से कार्य करना होगा कि मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी इन चुनौतियों का सामना कैसे किया जाए। उन्होंने कहा कि आमतौर पर यह माना जाता है कि आर्थिक स्थिति बेहतर होने पर व्यक्ति सुखी होता है, परंतु वास्तविकता यह है कि आर्थिक सशक्तिकरण और मानसिक प्रसन्नता दो भिन्न दिशाओं में कार्य करते हैं। प्रो. मित्तल ने कहा कि हमें कबीर, गुरु नानक जैसे संतों के आदर्शों पर चलना चाहिए।

प्रसिद्ध मनोचिकित्सक एवं परामर्शदाता डॉ. ममता तिवारी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि आज के दौर में लगभग हर व्यक्ति किसी न किसी रूप में मानसिक रूप से परेशान दिखाई देता है। जिस प्रकार फूड पॉइज़निंग शरीर को प्रभावित करती है, उसी प्रकार आज की व्यस्त जीवनशैली में लोग इमोशनल पॉइज़निंग के शिकार हो रहे हैं।
इस अवसर पर विद्यार्थियों की ओर से प्रदर्शनी लगायी गयी, जिसका उद्घाटन विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने किया। समस्त कार्यक्रम के दौरान विभिन्न शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।