
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ के शिक्षा विभाग द्वारा ‘वोकल फॉर लोकल’ विषय पर आधारित रंगोली एवं दीया सजावट प्रतियोगिताओं का सफल आयोजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने की। विभागाध्यक्ष प्रो. राज शरण शाही के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में आत्मनिर्भर भारत की भावना, सृजनात्मकता और नवाचार को प्रोत्साहित करना था। विभाग के पाँचों सदनों संकल्प, सिद्धि, सेवा, समर्पण और सृजन के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और भारतीय सांस्कृतिक विरासत एवं स्थानीय शिल्पकला को प्रदर्शित करते हुए अपनी अद्भुत प्रतिभा दिखाई।

कुलपति प्रो. राजकुमार मित्तल ने विद्यार्थियों के उत्साह की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ विद्यार्थियों की ऊर्जा को रचनात्मक दिशा प्रदान करती हैं और उन्हें विकसित भारत के निर्माण के लिए प्रेरित करती हैं।

प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में प्रो. सुदर्शन वर्मा (विभागाध्यक्ष, विधि विभाग), प्रो. शिल्पी वर्मा (निदेशक, आईक्यूएसी) तथा डॉ. तरूणा सम्मिलित थीं, जिन्होंने विद्यार्थियों की कलात्मक अभिव्यक्ति, मौलिकता और प्रस्तुति की सराहना की।

दोनों प्रतियोगिताओं रंगोली तथा दीया सजावट में सृजन सदन ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। सृजन सदन के विद्यार्थियों की रचनात्मकता, सौंदर्यबोध और ‘वोकल फॉर लोकल’ विषय की उत्कृष्ट प्रस्तुति के लिए विशेष प्रशंसा की गई।

यह प्रतियोगिताएँ विभाग की उस प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं जिसके अंतर्गत विद्यार्थियों में सृजनात्मक शिक्षण अनुभवों को प्रोत्साहित किया जाता है, जो शिक्षा मंत्रालय एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की भावना के अनुरूप हैं।

कार्यक्रम की सफलता में विभाग के प्राध्यापकों प्रो. हरिशंकर सिंह, डॉ. बी.एस. गुप्ता, डॉ. सुभाष मिश्रा, डॉ. विक्टोरिया सुसन, डॉ. संगीता, डॉ. राजेश एक्का, डॉ. विवेक नाथ त्रिपाठी, डॉ. ललिमा, डॉ. शिखा तिवारी एवं डॉ. मीना वी. रक्शे का विशेष योगदान रहा, जिन्होंने विद्यार्थियों को इस तरह की सृजनात्मक गतिविधियों के लिए प्रेरित किया।
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