
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, कानपुर : स्मार्ट और सस्टेनेबल मोबिलिटी में ग्लोबल लीडर, एल्सटॉम ने शुक्रवार को कानपुर मेट्रो के कॉरिडोर-1 के बढ़े हुए हिस्से की रेवेन्यू सर्विस की शुरुआत का जश्न मनाया, जिसमें पाँच नए स्टेशंस जोड़े गए हैं। पूरी तरह भारत में बनी कानपुर की ये मेट्रो ट्रेनें एडवांस कम्युनिकेशन-बेस्ड ट्रेन कंट्रोल (सीबीटीसी) सिस्टम से लैस हैं, जिससे यात्रियों को सुरक्षित, भरोसेमंद और किफायती सफर मिल सकेगा।
एल्सटॉम आगरा-कानपुर मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए कुल 201 मेट्रो कोच (67 तीन-डिब्बों वाली ट्रेन सेट्स) और एक एडवांस सिग्नलिंग सिस्टम बना रहा है। इन ट्रेनों को हैदराबाद के एल्सटॉम इंजीनियरिंग सेंटर में डिज़ाइन किया गया है, जबकि सिग्नलिंग सॉल्यूशन भारत के गुरुग्राम और थाईलैंड के बैंकॉक में तैयार हुई है। पहली ट्रेन एल्सटॉम ने सितंबर 2021 में कानपुर में यूपीएमआरसी को सौंपी थी। अब तक शहर में 40 ट्रेनें चल रही हैं, जिनका तीन डिब्बों वाला कॉन्फिगरेशन लगभग 960 यात्रियों को सफर की सुविधा देता है।
कानपुर के लिए अत्याधुनिक रोलिंग स्टॉक और सिग्नलिंग सिस्टम
नई मेट्रो ट्रेनें पारंपरिक साधनों के मुकाबले एक इको-फ्रेंडली और टिकाऊ विकल्प हैं। ये ट्रेनें कानपुर के लगभग 45 लाख लोगों को लाभ पहुँचाएँगी। इसके साथ ही यह पूरा प्रोजेक्ट क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास में भी अहम् भूमिका निभाएगा।
एल्सटॉम की ये मेट्रो ट्रेनें 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने में सक्षम हैं और मजबूत स्टेनलेस स्टील से बनी हैं। इनका मॉड्यूलर और एयरोडायनामिक डिज़ाइन सुरक्षा, पर्यावरण और सस्टनेबिलिटी के उच्चतम मानकों को पूरा करता है।
एल्सटॉम भारत में एकमात्र मल्टीनेशनल कंपनी है, जो सस्टेनेबल मोबिलिटी की पूरी रेंज ऑफर करती है। यह अलग-अलग जरूरतों को पूरा करती है, चाहे वह किफायती मास मार्केट प्लेटफॉर्म हो या फिर हाई-टेक इनोवेशन। देश की ‘रेल क्राँति’ के साथ जुड़ा एल्सटॉम भारत की परिवहन क्राँति और यात्री परिवहन में भी एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार है।