
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ / भुवनेश्वर : युवाओं के लिए उपयुक्त रोजगार सुनिश्चित करने हेतु कौशल अंतर (स्किल गैप) एक महत्वपूर्ण मुद्दा है इसको दृष्टिगत रखते हुए विगत दिवस में अनिल राजभर, श्रम एवं सेवायोजन विभाग के नेतृत्व में अधिकारियों के एक दल ने ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित ‘विश्व कौशल केंद्र’ (वर्ल्ड स्किल सेंटर) का भ्रमण किया।

ओडिशा सरकार के श्रम एवं ईएसआई मंत्री गणेश राम सिंह खुंटिया ने भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया। दोनों मा.मंत्रियों ने अपने-अपने राज्यों में अपने विभागों द्वारा की गई नई पहलों पर चर्चा की। अनिल राजभर ने गणेश राम सिंह खुंटिया को अटल आवासीय विद्यालय, रोज़गार मिशन, सभी रोज़गार गतिविधियों में महिलाओं को शामिल करने और हाल ही में संपन्न रोज़गार महाकुंभ के बारे में बताया। उन्होंने गणेश राम सिंह खुंटिया को उत्तर प्रदेश में अटल आवासीय विद्यालय देखने के लिए आमंत्रित भी किया।

इसके उपरान्त मंत्री विश्व कौशल केंद्र (वर्ल्ड स्किल सेंटर) का दौरा करने के लिए रवाना हुए, जो उन्नत कौशल प्रदान करने और वैश्विक स्तर पर रोजगार योग्य युवाओं को तैयार करने वाला भारत का पहला और अपनी तरह का अनूठा प्रमुख कौशल संस्थान है। 18 मंजिली इस इमारत में 52 कौशल प्रयोगशालाएं हैं। डब्ल्यूएससी (WSC) की मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्रीमती रश्मिता पांडा आईएएस, मंत्री और अन्य अधिकारियों को विभिन्न कौशल प्रयोगशालाओं में ले गईं और प्रत्येक प्रयोगशाला में प्रशिक्षण गतिविधियों के बारे में बताया।

इसके उपरान्त टीम ने ‘कौशल विकास संस्थान’ स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यू) का भ्रमण किया, जो भुवनेश्वर से लगभग 35 किमी दूर स्थित है। यह एक भारत सरकार का संगठन है और यह तेल एवं गैस क्षेत्र की कंपनियों द्वारा स्थापित भारत का पहला एसडीआई भी है। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ONGC), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL), गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (GAIL), ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL), इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (EIL), और बामर लॉरी एंड कंपनी लिमिटेड द्वारा कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) निधि एकत्रित की गई। SDI के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रंजन भौमिक ने टीम को विभिन्न सुविधाओं का दौरा कराया और प्रत्येक सुविधा में प्रशिक्षण गतिविधियों के बारे में बताया।

SDI-B को ‘युवाओं को कौशल प्रदान करने और आजीविका को बेहतर बनाने’ के एकमात्र उद्देश्य के साथ एक मेगा मॉडल कौशल संस्थान के रूप में विकसित किया गया है।
SDI-B में अग्रणी औद्योगिक संस्थाओं के साथ साझेदारी में उत्कृष्टता केंद्र हैं, जैसे औद्योगिक वेल्डिंग प्रौद्योगिकी में केम्पी, ऊर्जा प्रबंधन और स्वचालन में श्नाइडर, स्मार्ट विनिर्माण में सीमेंस, नेटवर्क अकादमी में सिस्को, आतिथ्य सेवाओं में टाटा स्ट्राइव और जल प्रबंधन और प्लंबिंग में LIXIL।
सीटीटीसी के महाप्रबन्धक एल. राजशेखर ने मंत्री एवं अन्य अधिकारियों को विनिर्माण, अनुसंधान और संचालन के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कराया तथा प्रत्येक सुविधा में गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया। भ्रमण के उपरान्त मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सीटीटीसी (CTTC) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने और चयनित युवाओं को सीटीटीसी में प्रशिक्षण के लिए भेजने की अच्छी संभावना है, जिससे उनकी रोजगार क्षमता में वृद्धि होगी।
मंत्री के उपरोक्त सभी संगठनों के दौरे के दौरान डॉ. एम.के. शन्मुगा सुन्दरम्, प्रमुख सचिव,श्रम एवं सेवायोजन विभाग तथा प्रमोद कुमार पुंडीर, अपर निदेशक, सेवायोजन सहित समस्त संबंधित उपस्थित रहे।