
अशाेक यादव, लखनऊ। यूपी में प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल करने के बाद सीएम योगी ने 25 मार्च को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में शपथ ग्रहण की। सीएम योगी के साथ उनके सभी मंत्री, उप मुख्यमंत्री और राज्यमंत्रियों ने भी शपथ ली। जानकारी के लिए बता दें, योगी सरकार के 20 मंत्रियों के विरुद्ध गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। मंत्रिपरिषद में शामिल 45 सदस्यों के शपथपत्रों के विश्लेषण में यह तस्वीर सामने आई है।
दरअसल एडीआर ने मंत्रिपरिषद 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए दिए गए हलफनामों का आकलन किया है। योगी 2.0 की कैबिनेट में 45 में से 18 मंत्री पोस्ट ग्रेजुएट हैं, 9 मंत्री आठ से 12 तक की पढ़ाई वाले हैं। तो वहीं 8 ग्रेजुएट और 2 डॉक्टर हैं। जिन 45 मंत्रियों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया गया है, उनमें 39 (87 प्रतिशत) मंत्री करोड़पति हैं। मंत्रियों की औसत संपत्ति नौ करोड़ रुपये है।
एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्मस (एडीआर)/उप्र इलेक्शन वाच के अनुसार मंत्री जितिन प्रसाद व संजय निषाद के शपथ पथ स्पष्ट न होने तथा जेपीएस राठौर, नरेंद्र कश्यप, दिनेश प्रताप सिंह, दयाशंकर मिश्र दयालु, जसवंत सैनी दानिश आजाद अंसारी का विवरण उपलब्ध न होने की वजह से उन्हें विश्लेषण में शामिल नहीं किया गया है।
शेष 45 मंत्रियों के विश्लेषण में सामने आया है कि 22 (49 प्रतिशत) ऐसे मंत्री हैं, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। जबकि इनमें 20 (44 प्रतिशत) ऐसे हैं, जिन्होंने अपने विरुद्ध गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये हैं।
मंत्रिपरिषद में शामिल जिन सदस्यों के विरुद्ध आपराधिक मामले घोषित हैं, उनमें नंद गोपाल गुप्ता नंदी, दया शंकर सिंह, मयंकेश्वर शरण सिंह, केशव प्रसाद मौर्य, भूपेंद्र चौधरी, राकेश सचान, कपिल देव अग्रवाल, रविंद्र जायसवाल, योगेन्द्र उपाध्याय, मनोहर लाल, डा.सोमेन्द्र सिंह तोमर, गिरीश चंद्र यादव, संजय सिंह गंगवार, दिनेश खटीक, अनिल राजभर, ब्रजेश सिंह, सतीश चंद्र शर्मा, सुरेश राही, प्रतिभा शुक्ला, विजयलक्ष्मी गौतम, रमेश सिंह व धर्मपाल सिंह के नाम शामिल हैं।
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